चकाई-सोनो क्षेत्र के 18 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को सत्र 2020-22 के लिए 10+2 स्तर की पढ़ाई के लिए अनुमति दी गई है -- सुमीत सिंह

ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार की रिपोर्ट  

जमुई ।। जदयू नेता सह पूर्व विधायक सुमित कुमार सिंह ने कहा कि चकाई-सोनो के 18 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को सत्र 2020-22 के लिए 10+2 स्तर की पढ़ाई के लिए अनुमति प्रदान की गई है। 40-40 विद्यार्थियों के दो सेक्शन वर्ग संचालन को मान्यता दी गयी है। उन्हें उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के रूप में कोड आवंटित कर दिया गया है। कोरोना काल के संकट का बादल छटने के बाद वहां ग्यारहवीं और बारहवीं की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इससे चकाई-सोनो में शैक्षणिक क्रांति का नया दौर शुरू हो सकता है। इस संदर्भ में पूर्व में कई बार प्रयत्न किया था, राज्य के शिक्षा मंत्री आदरणीय कृष्ण नंदन वर्मा जी से व्यक्तिगत मुलाकात में मैंने चकाई-सोनो समेत पूरे जमुई जिले में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के संबंध में शीघ्र निर्णय का आग्रह किया था, जिससे आगामी सत्र में स्थानीय छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो सकें। उन्होंने इस दिशा में शीघ्रता से तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर समुचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया था। बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विशेष कृपादृष्टि से ही यह संभव हुआ। जब भी उनसे भेंट - मुलाकात का अवसर मिला, मैंने क्षेत्रीय आवश्यकताओं को हमेशा रेखांकित किया। उन्होंने भी विकास आकांक्षाओं को लेकर मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया है। इसका सुफल दिख रहा है। पूरे जमुई जिले में 53 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को कोड आवंटित कर ग्यारहवीं, बारहवीं की कक्षा संचालन को अनुमति प्रदान की गई है। इन विद्यालयों में आवश्यक शिक्षकों का पदस्थापन एवं शिक्षण के लिए आवश्यक आधारभूत संरचनाओं का विस्तार जरूरत के अनुसार किया जाएगा। इसके लिए चकाई-सोनो समेत जमुई जिलावासियों की ओर से माननीय मुख्यमंत्री नीतीश जी को हृदयतल से आभार! शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा जी को बहुत-बहुत साधुवाद! मेरा लक्ष्य है कि इन सभी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण का माहौल विकसित करना जिससे हमारे चकाई-सोनो समेत जमुई के सुदूरवर्ती इलाके के विद्यार्थियों विशेषकर छात्राओं को अपने घर पर ही उच्चतर शिक्षा की सुविधा उपलब्ध हो सके। प्रायः ग्रामीण इलाकों में छात्र-छात्राएं मैट्रिक के बाद मजबूरीवश अपनी पढ़ाई छोड़ने को विवश हो जाते है, उनके गांव-घर के पास उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शुरू होने से उन्हें अब अपनी पढ़ाई रोकनी नहीं होगी। उनके लिए आसमान अब मुट्ठी में होगी। वह अपनी आकांक्षाओं के अनुसार दुनिया की विभिन्न विधा, ज्ञान के क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकेंगे।आप लोगों को शायद पता न हो। मेरे विधायक बनने से पूर्व चकाई-सोनो में मात्र 9 उच्च विद्यालय थे। मेरे पांच वर्षीय कार्यकाल में यह बढ़कर कुल 43 उच्च विद्यालय हो गए। चकाई प्रखंड में पांच हाईस्कूल था, वहां नए 19 उच्च विद्यालय की स्थापना की स्वीकृति दिलाई। तब कुल 24 उच्च विद्यालय बन गए। सोनो प्रखंड में महज़ चार उच्च विद्यालय था। मेरे कार्यकाल में वहां 16 नए उच्च विद्यालयों की स्वीकृति दिलाई, तब वहां कुल 20 उच्च विद्यालय हो गए।आप इस तथ्य को सत्यापित कर सकते हैं। 2010 से पहले सोनो-चकाई के हाई स्कूल का नाम बता देता हूं, जिससे जिन्हें भी संदेह होगा वह आसानी से सन्देहमुक्त हो पाएंगे। सोनो प्रखंड में ही चार उच्च विद्यालय थे, उनका नाम है सोनो हाई स्कूल, सोनो का ही राज्य संपोषित कन्या उच्च विद्यालय, डुमरी हाई स्कूल लखनक्यारी, महेश्वरी में उच्च विद्यालय। वहीं चकाई प्रखंड में तब मात्र पांच हाई स्कूल थे, उनका नाम है चकाई उच्च विद्यालय, कन्या उच्च विद्यालय चकाई, नावाडीह सिल्फरी उच्च विद्यालय, उच्च विद्यालय कोराने, उच्च विद्यालय  बीचकोड़वा। पांच वर्ष में यह उपलब्धि चकाई विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों एवं माननीय मुख्यमंत्री के आशीष और विश्वास से संभव हुआ।अभी जिन उच्च विद्यालय को उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का दर्जा एवं 10+2 का वर्ग शुरू करने की अनुमति मिली है, उसमें भी वही विद्यालय हैं जिनके आधारभूत संरचना अर्थात, बिल्डिंग का निर्माण मेरे कार्यकाल में हुआ। जहां नहीं भवन बना, उसे यह अनुमति नहीं मिली। अगर मुझे पुनः अवसर मिला तो दो वर्ष के अंदर शेष 24 उच्च विद्यालय को भी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का दर्जा एवं 10+2 का वर्ग शुरू करने की अनुमति मिल जाएगी। उसके लिए आवश्यक अहर्ता की पूर्ति करने में वह सभी विद्यालय सक्षम होगा। मेरा शिक्षा, शिक्षण, पठन-पाठन, ज्ञान संवर्द्धन से ताल्लुक रहा है। मेरी प्राथमिकताओं की सूची में शिक्षा सर्वोच्च स्थान पर है। बिहार का यह अंतिम विधानसभा क्षेत्र शैक्षणिक क्षेत्र में सबसे अग्रणी बने, यही मेरा लक्ष्य है।

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