बिजली की आँख मिचौली से जनता परेशान

सिकन्दरा से संवाददाता प्रवीण कुमार दुबें की रिपोर्ट 

जमुई / सिकन्दरा ।। बिजली की अनियमित आपूर्ति से उपभोक्ताओं में आक्रोश देखा जा रहा है। भीषण गर्मी में बिजली नहीं रहने के कारण उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। घरों व दुकानों में बिजली पर आधारित कार्य नहीं हो पा रहा है। पिछले कई दिनों से सिकन्दरा विद्युत सब स्टेशन से संबंधित क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति नही होने से क्षेत्र के लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है। क्षेत्र के उपभोक्ता ने अविलंब बिजली आपूर्ति में सुधार की मांग की है, अन्यथा उपभोक्ता आंदोलन के लिए बाध्य होगा अनियमित बिजली आपूर्ति के इस प्रकार की समस्या पर जब भी विद्युत विभाग के किसी वरीय पदाधिकारी से संपर्क कर बिजली नहीं रहने की कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जाता है, तो कोई बड़ा फॉल्ट बताकर जल्दीबाजी में फोन काट दिया जाता हैं। जिसके कारण आज लोगों को अपना मोबाइल चार्ज करने में भी काफी परेशानी हो रही है।: एक ओर जहां आज पूरे प्रखंड क्षेत्र में बारिश नही होने के कारण लोगो का  जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है, वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग द्वारा किसी भी समय बिजली पूर्णतया काट लेने के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस प्रकार की समस्या क्षेत्र के लोगों को हर दिन झेलने की आदत पड़ गई है। तेज हवा या फिर अत्यधिक बारिश होने पर भी बिजली गुल हो जाती है। दिन के उजाले में तो लोग किसी तरह अपना समय काट लेते हैं, परंतु रात के समय बिजली से चलने वाले सारे उपकरण जैसे पंखा, कूलर आदि बंद रहने के कारण लोगों को सोने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है लोगों ने विभाग से आवश्यक पहल करने की मांग की है, ताकि इन दिनों में लोगों को बिजली व्यवस्था सही ढंग से मिलता रहे। सूचना प्रेषण तक सिकन्दरा प्रखंड  क्षेत्र में बिजली बहाल की स्थिति दैनीय ही बना है इन दिनों विद्युत विभाग की लचर प्रशासनिक व्यवस्था तथा अघोषित बिजली कटौती से शहरवासियों के लिए जबरदस्त परेशानी का कारण बना हुआ है। एक ओर जहां शहर में अघोषित बिजली कटौती जारी है तथा घंटों बिजली बंद रहती है पर विभाग के उच्च अधिकारियों को यह मालूम नहीं होता कि बिजली कब से बंद है और क्यों बंद है। इस संबंध में पूछताछ करने पर अधिकारियों का गैर जिम्मेदाराना रवैया ही सामने आता है। वहीं आम उपभोक्ताओं की समस्या तथा निराकरण व सूचना के लिए विभाग द्वारा कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, किंतु कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया का ही आलम होता है कि उपभोक्ताओं द्वारा लगातार फोन करने के बाद भी फोन उठाया नहीं जाता। जिसके कारण उपभोक्ता परेशान होते रहते हैं।संभागीय कार्यालय में लचर प्रशासनिक व्यवस्था बना कारण

इन तमाम हालात के लिए जिले में बैठे संभागीय कार्यालय के अधिकारी का गैर जिम्मेदाराना रवैया भी मुख्य कारण बन कर सामने आया है, जिसके चलते निरंकुश कर्मचारियों के ऊपर अधिकारियों का नियंत्रण नहीं हो पाया है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है शहर में चरमराई पेयजल व्यवस्था लगातार शहर में अघोषित बिजली कटौती का खामियाजा जहां उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है, वहीं शहर की पेयजल व्यवस्था पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है, क्योंकि पूरे शहर में पेयजल की व्यवस्था ट्यूबवेल पर ही आधारित है तथा अनियमित बिजली कटौती के चलते नियमित रूप से पेयजल की आपूर्ति नहीं की जा पा रही है। इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते अत्यावश्यक सेवा में बिजली विभाग को भी शामिल किया गया है, किंतु अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया के चलते अत्यावश्यक सेवा महज औपचारिकता ही बनकर रह गई है।

ग्रामीण इलाके में भी है बुरा हाल

जब प्रखंड मुख्यालय में विद्युत विभाग के अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया सामने आ रहे हैं तो निश्चित रूप से ग्रामीण इलाके में भी कुछ हालात इसी तरह के हैं, जहां पर अघोषित तथा अनियमित बिजली कटौती के चलते ग्रामीण इलाके में भी दिनचर्या काफी हद तक प्रभावित हो रही है। साथ ही ग्रामीण इलाके में पटवन की साधन के लिए बिजली काफी परेशानी पैदा कर रहा है लोग को चिंता सात रहा है कि कही इस बार भी सुखाड़ की स्तिथि ना बन जाये किंतु जिले में बैठे अधिकारियों को इन सब तमाम समस्याओं से कोई सरोकार होकर नहीं रह गया है। इन सब तमाम हालत के बारे में जब सिकन्दरा उप मंडल पदाधिकारी से बात की गई तथा अघोषित बिजली कटौती के संबंध में ध्यानाकर्षण कराया गया तो उनके द्वारा भी बिजली कटौती के बारे में किसी तरह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। बस इतना ही कहा गया कि मरम्मत का कार्य चल रहा है जल्द ही ठीक ठीक हो जायेगा।

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