
बकरीद का पर्व हर्षोउल्लास से मनाया गया
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Aug 02, 2020
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सिकन्दरा से संवाददाता प्रवीण कुमार दुबें की रिपोर्ट
सिकन्दरा ।। सिकन्दरा में बकरीद का पर्व काफी हर्षोउल्लास से मनाया गया इस्लाम धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व है, क्योंकि आज के दिन पशुबलि देने से अल्लाह प्रसन्न होते हैंं। ऐसा कहा जाता है कि एक रात जब पैगंबर हजरत सोए हुए थे तो अल्लाह सपने में आकर उनसे कुर्बानी मांगी। इसके बाद पैगंबर हजरत साहब ने बकरे की कुर्बानी दी। इसके बावजूद अल्लाह सपने में आकर बेटे की कुर्बानी मांगी। तब पैगंबर हजरत साहब बेटे की कुर्बानी देने को तैयार हो गए। यह देख अल्लाह बहुत प्रसन्न होकर इस्माइल को नई जीवन प्रदान किया। साथ ही हर साल बकरा ईद मनाया जाने लगा। इस मौके पर सभी लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को त्योहार की बधाई देते है यू कहे कि मुसलमानों का दूसरा सबसे प्रमुख त्योहार बकरीद होता है इस साल कोरोना माहमारी के कारण थोडा फीका दिखा यह पर्व। यह त्योहार मीठी ईद के करीब 2 महीने बाद आता है। बकरीद को ईद उल ज़ुहा भी कहते हैं। यह एक ऐसा त्योहार है जो भारत और दुनिया भर में उत्साह, हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और सुबह के समय नमाज पढ़ते हैं। नमाज पढ़ने के बाद वे भेड़ या बकरी की कुर्बानी (बलि) देते हैं और परिवार के सदस्यों, पड़ोसियों और गरीबों के साथ इसे साझा करते हैं।कोरोना को ध्यान रखते हुए सभी लोगो ने अपने अपने घरों में ही नमाज अदा किया साथ प्रशानिक व्यवस्था की कमान संभाल रहे सिकन्दरा थाना अध्यक्ष ध्रुव कुमार काफी सजग दिखे उनके देख रेख में काफी शांति पूर्ण माहौल में यह पर्व समाप्त हुआ।
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