मानवता शर्मसार:चतरा में एक ऐसा पापा, बेटा चाहते थे इसलिए पिता-दादी ने 2 माह की लक्ष्मी का गला घाेंट दिया

जमुई ।। चतरा वह रोती थी मां का आंचल जीवन बन जाता था। उसकी किलकारियां सुनाई नहीं देती थीं तो मां दाैड़ करं आकर उसे सीने से लगा लेती थी। आज उस मां का आंचल और कोख दोनों खाली हो गए। इसे खाली करने का गुनाह भी उन्होंने किया जिनकी छाया में बेटियां पलती-बढ़ती हैं। दो माह की बच्ची का गला घोंटकर उसकी आवाज तो दबा दी गई, लेकिन उसकी मासूमियत पापा से पूछ रही है- ऐसा पाप क्यों? 

बेटी होने की इतनी बड़ी सजा। मानवता काे शर्मसार करने वाली यह घटना चतरा के पत्थलगडा थाना के खैरा गांव में हुई।घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि यहां दो माह की नवजात बच्ची की उसके पिता हेमराज साव ने ही गला दबाकर हत्या कर दी। अपने घर के आंगन में मासूम की किलकारियां इसलिए दबा दी कि वह लड़की थी और नाम भी लक्ष्मी। मगर इस लक्ष्मी की ममता पर दादी को भी तरस नहीं आया। उसने भी जघन्य अपराध में साथ दिया। मासूम की मां गायत्री देवी की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी पिता हेमराज और दादी मालवा देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए चतरा सदर अस्पताल भेजा है।

गायत्री देवी ने पुलिस को बताया कि वह बेटी को धूप में लिटाकर शौच के लिए बाहर गई थी, इसी दौरान उसके पति हेमराज साव और सास मालवा देवी ने बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी। गायत्री ने यह भी बताया कि लड़की जन्म लेने के बाद से उसके पति और सास नाराज हो गए थे और उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। अक्सर ताना कसते थे तथा साथ ही बच्ची को मारने का दबाव दिया जा रहा था।

रिपोर्टर

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