गर्भवती महिला का पीएचसी गर्रा नुआंव में कर दिया बंध्याकरण

नुआंव, कैमूर से प्राची सिंह की रिपोर्ट

नुआंव, कैमूर ।। स्थानीय गांव निवासी एक गर्भावती महिला का चिकित्सकों ने बन्ध्याकरण कर दिया। जब तबियत बिगड़ी तो अल्ट्रासाउंड में खुलासा होने के बाद मामला गम्भीर रूप लिया।और महिला के परिजन पीएचसी पहुच बंध्याकरण करने वाले चिकित्सक व जांच करने वाले पैथोलोजिस्ट पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे।नुआंव गांव निवासी एनुलहक की पत्नी शहजादी वीवी का नशबंदी पीएचसी गर्रा नुआंव में चिकित्सक डॉक्टर बदरुदीन ने 5 दिसंबर को किया था।इधर बीच उसकी तबियत बिगड़ने के बाद उसे मुख्य मार्ग स्थित एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जांच के दौरान संदेह होने पर जब चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड करवाया तो महिला के गर्भावती होने का संदेह सच मे तब्दील हो गया।इसके बाद परिजन पीएचसी में पहुच चिकित्सक और जांच कर्मी पर लापरवाही का आरोप लगा कार्रवाई की मांग करने लगे।इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर महादेव प्रसाद ने बताया कि शहजादी बीबी के परिजन आये थे।पूरी सावधानी व आवश्यक जांच के बाद महिला का नशबंदी किया गया है।कभी कभी जांच रिपोर्ट में मानवीय भूल या तकनीकी त्रुटि के कारण रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है।नसबंदी पूरी तरह से सफल है और जच्चा व बच्चा दोनों सुरक्षित है।जो बच्चा पेट मे पल रहा है उसके बाद बच्चा नही होगा।उधर महिला के पति एनुलहक जो बाजार में सब्जी की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते है। ने इसे चिकित्सको का लापरवाही बताते हुए सीएस से कार्रवाई की मांग की है।

रिपोर्टर

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