
पत्नी से तंग आकर पति ने रची मौत की साजिश
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Dec 31, 2020
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दुर्गावती से संवाददाता धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट
दुर्गावती ( कैमूर ) ।। थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव कूड़ारी में एक बहसी नौजवान ने बकरे का खून अपने ही बिस्तर पर गिरा कर अपनी पत्नी को रास्ते पर लाने के लिए रची मौत की साजिश क्योंकि अपनी पत्नी के चाल चलन से संतुष्ट नहीं था अक्सर उसकी पत्नी उसे प्रताड़ित करती थी जिससे वह तंग आ चुका था प्रदीप राम पिता शिव मूरत राम बीते बुधवार की रात्रि अपने नवनिर्मित मकान में खाना खाकर सोने गया हुआ था और जब सुबह उसकी पत्नी कुमारी प्रतिभा जो ग्राम चिपली उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत है वह अपने नवनिर्मित मकान में जब सुबह में गई तो उक्त मकान में काफी ब्लड बिखरा हुआ था और उसका पति उस बिस्तर से गायब है उक्त दृश्य को देखकर रोने चिल्लाने लगी रोने चिल्लाने की आवाज को सुनकर ग्रामीणों की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई और ग्रामीणों ने देर न करते हुए इसकी सूचना दुर्गावती थाना को दिया मौके पर पहुंची पुलिस एवं ग्रामीणों ने गांव के आसपास तालाब एवं कुंआ आदि जगहों पर काफी मशक्कत करके शव की खोजबीन करने लगें खोजबीन के दौरान गांव के बगल में ही एक बंद फैक्ट्री के चारदीवारी के पास से एक बिसलेरी के बोतल में ब्लड पाया गया जिसको पुलिस अपने कब्जे में लेकर छानबीन में जुटी हुई थी की बुधवार की देर शाम ग्रामीणों के द्वारा पुलिस को यह सूचना दी गई कि उक्त युवक उत्तर प्रदेश के जमानिया स्टेशन के बगल में बरुइन पेट्रोल पंप के पास एक चाय की दुकान पर उक्त युवक बैठा है तो पुलिस आनन-फानन में देर न करते हुए उक्त युवक को जमानिया में पहुंचकर सकुशल बरामद कर थाने लाई और पूछताछ के क्रम में प्रदीप राम ने बताया कि उसकी पत्नी कुमारी प्रतिभा शिक्षिका है जो आए दिन अपने पति को गाली गलौज एवं प्रताड़ित करते रहती है जिससे तंग आकर योजनाबद्ध तरीके से यूपी बिहार बॉर्डर सीमा के खजुरा बाजार स्थित एक बकरा काटने की दुकान से बकरा का एक बोतल खून खरीद कर लाया और उसमें केमिकल मिला डाला कि यह ब्लड जमने ना पाए और अपने बिस्तर पर गिराते हुए मकान के दरवाजे तक जगह-जगह काफी मात्रा में गिरा दिया और बुधवार की भोर में ही घर से फरार हो गया और इधर परिजनों में हत्या होने की संदेह हो गया और पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई। घर वालो को जब जिंदा होने की भनक लगी तो राहत की सांस ली।
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