जंगली जानवरों से किसानों की फसल हो रही है बर्बाद नहीं मिल रहा है मुआवजा

चांद ।। प्रखण्ड में किसानों की गेहूं फसल जंगली जानवरों से बर्बाद हो रही है। किसानों को बन विभाग से फसल नुकसान की मुआवजा नहीं मिल रहा है किसान पुरी तरह परेशान हैं। खेतों में गेहूं की फसल लहलहा रही है। सैकड़ो की संख्या में नीलगाय हिरण फसल को रौंद रहे हैं। जंगली जानवरों से फसल की रक्षा के लिए कोई उपाय किसानों को नहीं सुझ रहा है। किसान अपने आंखों के सामने अपने फसल को बर्बाद होते देखने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। सरकार से गुहार लगाने से भी कोई लाभ नहीं हो पाया। जंगली जानवरों से नुकसान फसल की भरपाई के लिए बन विभाग से किसानों को मुआवजा भी नहीं मिल रहा है। विउरी गाँव के अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि जंगली जानवरों से लगाया गया दो एकड़ आम अमरूद आदि पौधे को नष्ट कर दिया गया था। उन्होंने ने कहा कि मैंने अंचलाधिकारी एवं बन विभाग के अधिकारियों से मुआवजा की मांग की। उन्होंने ने कहा अधिकारियों ने मुआवजा देने से साफ इंकार कर दिया।किसानों का कहना है कि जंगली जानवरों से गेंहू आदि फसल की 40 प्रतिशत भाग नष्ट हो जाती है। किसानों ने जंगली जानवरों से फसल नुकसान की बचाव के लिए सरकार से गुहार लगा कर थक चुके हैं। इस संबंध में अंचलाधिकारी नागेन्द्र कुमार ने बताया कि जंगली जानवरों से फसल नुकसान की भरपाई बन विभाग के द्वारा किया जाता है। 

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