सीयूजी मोबाइल पर नहीं उठती कॉल और नहीं चलता व्हाट्सएप

प्रदेश के मुख्यमंत्री का आदेश भी बेलगाम अधिकारियों की नजर में बौना


व्हाट्सएप चलाना तो दूर मोबाइल कॉल भी नहीं करते रिसीव


मिल्कीपुर, अयोध्या ।। उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भले ही प्रदेश के सभी अधिकारियों को सीयूजी मोबाइल उपलब्ध कराते हुए उनके नंबरों को व्हाट्सएप पर उपलब्ध किए जाने के आदेश दे दिए, लेकिन अयोध्या जनपद के कई जिम्मेदार अधिकारी सरकारी नंबर पर व्हाट्सएप चलाना तो दूर मोबाइल पर आई कॉल तक रिसीव करना मुनासिब नहीं समझते हैं।

कुछ तो विद्वान अधिकारी उस सीयूजी नंबर को अपने मोबाइलों में इस प्रकार व्यवस्थित करके रखते हैं कि वह सीयूजी नंबर हमेशा पहुंच से दूर ही बताता रहता है।

बताते चलें कि आमजन की सुविधा एवं लोगों को त्वरित न्याय दिलाए जाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार की ओर से सभी जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों को सीयूजी मोबाइल नंबर एलाट किए गए हैं। यही नहीं सरकार बनते ही प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा सभी सीयूजी नंबर को व्हाट्सएप पर भी उपलब्ध रहने के आदेश एवं निर्देश जारी कर दिए गए थे किंतु सीयूजी नंबर धारक ऐसे जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के उस आदेश की हवा ही निकाल दी और सीयूजी नंबर पर व्हाट्सएप चलाने की तो बात दूर सीयूजी नंबर पर आई काल तक को रिसीव करना मुनासिब नहीं समझते हैं।

ज्ञातव्य हो कि हर कोई पीड़ित व्यक्ति ही आफत पड़ने पर अथवा परेशानी में सीधा संवाद अधिकारियों से करके न्याय की उम्मीद हेतु सरकारी सीयूजी नंबर पर फोन करता है। 

इसका जीता जागता उदाहरण जिले के बीकापुर और मिल्कीपुर तहसील में देखने को मिलेगा। जहां बीकापुर और मिल्कीपुर के एसडीएम का फोन पर नहीं उठता और सीयूजी नंबर पर व्हाट्सएप चलाने की तो बात बहुत दूर रही। यही हाल बीकापुर के क्षेत्राधिकारी का भी है और तो और मिल्कीपुर की खंड विकास अधिकारी का भी सीयूजी नंबर किसी से कम नहीं है। उन्होंने भी सीयूजी नंबर पर आई कॉल को रिसीव करना तो दूर नंबर को व्हाट्सएप पर भी उपलब्ध रखना मुनासिब नहीं समझा है।

अब सबसे मजे की बात तो यह है कि ऐसे अधिकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना और सोच को पलीता लगाने में जुटे हैं। इन्हीं बेलगाम और बेअंदाज अधिकारियों के चलते लोगों को सुलभ न्याय नहीं मिल पा रहा है।

कमोबेश यही स्थिति समूचे जिले के अधिकारियों की बनी  हुई है जो सीयूजी मोबाइल नंबर को अपने व्यक्तिगत जागीर समझ रखे हैं और उस सरकारी सीयूजी मोबाइल नंबर पर अपना मनमाना रवैया अख्तियार कर रहे हैं।

रिपोर्टर

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