अब हेलमेट बैंक से ले सकते है सात दिनों तक हेलमेट वापस नही देने पर दो हजार का लगेगा जुर्माना

कैमूर ।। सड़क दुर्घटना से बचाने के लिए लोगों में हेलमेट लगाने की संख्या बढ़े और सड़क पर डुप्लीकेट हेलमेट की जगह लोग सही हेलमेट का इस्तेमाल कर सकें. पहला हेलमेट बैंक की शुरुआत ग्रेटर नोएडा शहर के बीचो बीच परी चौक पर शुरुआत कर रहे हैं. यह शहर उत्तर प्रदेश के गौतम बुध नगर जिला से आता है जो दिल्ली से काफी सटा हुआ है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से 200 स्क्वायर फीट की जगह की मांग रखी है. जगह पूरी होते ही अगले 1 महीने के अंदर हेलमेट बैंक बनकर तैयार हो जाएगा. जिले का कोई भी व्यक्ति 7 दिनों के लिए निशुल्क ब्रांड हेलमेट BSI स्टैंडर्ड्स का लाभ ले सकता है. हेलमेट बैंक सुबह 6:00 बजे से लेकर रात को 8:00 बजे तक खुला रहेगा साल के 365 दिन. हेलमेट लेने के लिए कुछ आवश्यक डाक्यूमेंट्स की भी जरूरत पड़ेगी जिसमें हेलमेट लेने वाले का आधार कार्ड और दोपहिया वाहन गाड़ी नंबर का होना जरूरी है. हेलमेट बैंक से सिर्फ 7 दिन के लिए हेलमेट मिलेगा. उसके बाद जरूरत पड़ने पर दोबारा भी हेलमेट ले सकता है.

अगर कोई हेलमेट वापस नहीं करता है तो उसे ₹10 प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना भी देना पड़ सकता है. अगर कोई सदा के लिए हेलमेट रख लिया तो उसे दो हजार रुपए का फाइन भी भरना पड़ेगा. हेलमेट बैंक से हेलमेट लेने वाले को जागरूकता के साथ यातायात नियमों की जानकारियां भी दी जाएगी. इस हेलमेट बैंक में 4 साल उम्र के बच्चों के लिए भी हेलमेट उपलब्ध होगा. हेलमेट मैन का प्रयास भारत में अधिक से अधिक लोगों को सड़क दुर्घटना से बचा कर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता वॉलिंटियर्स की फौज खड़ा करना चाहते हैं. आज भारत में दुर्घटना से घायल लाखों लोगों को मदद का इंतजार है मगर उन्हें मदद नहीं मिल पा रही है. पिछले 7 सालों में अकेला हेलमेट मैन सैकड़ों लोगों की जान बचाकर मदद कर चुके हैं और भविष्य में परिस्थितियों को बदलने की लड़ाई लड़ रहे हैं.

यातायात नियम तोड़ने वाले को देख कर लोग अनदेखा ना करें बल्कि उससे नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करें. हेलमेट मैंन ने कहा मुझे प्रतिदिन भारत के कोने कोने से सड़क दुर्घटना में घायल परिवार वालों की तरफ से आर्थिक मदद के लिए फोन आते रहते हैं. जो अपनों को बचाने के लिए हॉस्पिटल का बिल चुकाने के लिए हमेशा अनजान लोगों से मदद की उम्मीद रखते हैं. और इनमें से अधिकतर लोग बिना हेलमेट यात्रा करने वाले लोग होते हैं. हेड इंजरी का इलाज करने के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत पड़ती है. और आज भारत में मदद मांगने वालों की लिस्ट लंबी होती जा रही है. हेलमेट मैन अपने मित्र को खोने के बाद पिछले 7 सालों में 50 हजार से भी ज्यादा हेलमेट निशुल्क बांट चुके हैं और अपना मिशन भारत के 22 राज्यों तक पहुंचा चुके हैं. इनके कार्य की सराहना भारत के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और भारतीय अभिनेता सोनू सूद भी कर चुके हैं. इनके महान कार्यों के लिए विश्व भर से लोग इन्हें बधाई देते हैं.अपने इस मिशन को लेकर हेलमेट मैन काफी उत्साहित हैं गौतम बुध नगर के डीएम सुहास यथिराज एलवाई, पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, ट्रैफिक डीसीपी गणेश प्रसाद साहा सभी अधिकारियों ने हरी झंडी दे दी है. सिर्फ ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और नोएडा अथॉरिटी से जगह मिलने का इंतजार है.

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट