बी. के. बिड़ला महाविद्यालय में पाँच दिवसीय राष्ट्रीय युवा शिविर संपन्न

कल्याण  बी.के. बिड़ला महाविद्यालय, कल्याण के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा अनुदानित गाँधी अध्ययन केंद्र द्वारा ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव और महात्मा गाँधी के सपनों का भारत’ विषय पर  पाँच दिवसीय राष्ट्रीय युवा शिविर का आयोजन किया गया | इस आयोजन में नागालैंड, मणिपुर, अरुणांचल प्रदेश, हिमांचल प्रदेश, असम, मेघालय, दिल्ली, राजस्थान, बिहार,  गोवा, उत्तर प्रदेश, केरल, गुजरात और महाराष्ट्र सहित कुल पंद्रह राज्यों के विद्यार्थियों की विशेष उपस्थिति रही | शिविर का उद्घाटन महात्मा गाँधी के प्रपौत्र श्री तुषार गाँधी और दिल्ली से पधारे प्रसिद्ध विद्वान प्रो. सुरेश ऋतुपर्ण की उपस्थिति में संपन्न हुआ | अपने उद्घाटन वक्तव्य में प्रो.ऋतुपर्ण ने गाँधी दर्शन के विविध पक्षों पर सारगर्भित टिप्पणी करते हुए जीवन को सफल बनाने की तुलना में सार्थक बनाने पर अधिक जोर दिया | श्री तुषार गाँधी नें स्वतन्त्रता के पचहत्तर वर्ष बाद भी देश के नागरिकों को अनेक स्तरों पर परतंत्र बताते हुए हर स्तर पर स्वतंत्र होने की बात कही | उन्होंने बेरोजगारी और गरीबी को देश का प्रथम दुश्मन बताते हुए कहा कि बापू के सपनों को पूरा करने के लिए देश को रोजगार युक्त और गरीबी मुक्त बनाना होगा | महाविद्यालय के शिक्षा निदेशक और मुंबई विश्वविद्यालय के पूर्व प्र.उप कुलगुरु डॉ. नरेश चन्द्र ने शान्ति की स्थापना के लिए बापू के विचारों को आज के परिवेश में सर्वाधिक प्रासंगिक बताया | महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अविनाश पाटील ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और डॉ. अर्चना सिंह द्वारा गांधी अध्ययन केंद्र का परिचय प्रस्तुत किया गया | रात्रिकालीन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. हरीश दुबे ने महाविद्यालय के गतिविधियों से आगंतुकों को परिचित कराया |

इस शिविर के अन्य वक्ताओं में डॉ. हूबनाथ पाण्डेय, डॉ. जयश्री सिंह, डॉ. ऋषिकेश मिश्र, डॉ. रुकैया जोशी, डॉ. बंशीधर पाण्डेय, डॉ. नमिता निम्बालकर, डॉ. सुशील कुमार झा, प्रो. ब्रिजेन्द्र पंवार, डॉ. यशपाल और डॉ. पी. किशू और श्री जयंत दलाल आदि प्रमुख थे | इस शिविर का समापन मुम्बई विश्वविद्यालय के पूर्व कुलगुरु प्रो. राजन वेळूकर की उपस्थिति में संपन्न हुआ | यह आयोजन , डॉ. दिनेश वानुले, डॉ. नारायण तोटेवाड़, डॉ. धीरज शेखावत, डॉ. वृंदा निशानदार, श्री अनिल तिवारी, श्री गणेश कुमावत, सुश्री आकांक्षा ठाकुर, अखिलेश आदि के अथक प्रयत्नों से संपन्न हुआ |    

इस पाँच दिवसीय युवा शिविर का आयोजन बी. के. बिड़ला महाविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती वर्ष और महाविद्यालय के संस्थापक स्व. श्री बसंतकुमार जी बिड़ला के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर किया गया था | देश के विविध राज्यों की युवा पीढी के मध्य महात्मा गाँधी के विचारों को संप्रेषित करने के उद्देश्य से आयोजित इस शिविर के सहभागी एक दिन मणि भवन, मुंबई देखने के लिए भी गए | सुदूर स्थित राज्यों से आये हुए अधिकांश सहभागी समापन के अवसर पर भावुक दिखाई दिए | उन्होंने बापू के सपनों को साकार करने और सुखमय भारत के लिए सच्चाई व इमानदारी से कार्य करने की प्रतिज्ञा ली | कार्यक्रम के आयोजक श्यामसुंदर पांडेय ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया|







रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट