
सांसे हो रहीं कम अब नहीं तो कब हर सांस की कीमत चुकानी पड़ेगी
- आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ बिहार
- Mar 15, 2022
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भभुआ कैमुर ।। र्यावरण प्रेमी शिवम कुमार ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक व प्रेरित कर रहे हैं।फलदार व छायादार पौधा रोपण से बचेगी धरती। जिस तरह से बढ़ती जनसंख्या से पर्यावरण असंतुलित हो गया है। इसलिए हम सभी को कम से कम एक पौधा अवश्य लगायें। दुनिया भर में जितनी जनसंख्या है उस हिसाब से पेड़ नहीं हैं। इससे मौसम का उतार-चढ़ाव अधिक देखने को मिल रहा हैं। पौधा लगाने से ही मौसम सही समय पर परिवर्तित होगा व सही समय पर बारिश होगी तथा वातावरण शुद्ध रहेगा। क्योंकि सांसे हो रहीं कम अब नहीं तो कब हर साँस की कीमत चुकानी पड़ेगी तब? इसलिए सभी लोगों को पौधा लगाने का संकल्प लेना होगा और बड़ा होने तक देख-भाल करें। तो यह एक छोटा-सा कदम पर्यावरण संरक्षण के लिए एक सराहनीय कदम होगा। विकास के नाम पर अंधाधुंध पेड़ों को काटिए और उखाड़िए मत, क्योंकि वे प्राणियों, पक्षियों व अन्य जीवितों को संरक्षण देते हैं। पृथ्वी पर लगातार तापमान में वृद्धि हो रहा है। ग्लोबल वार्मिंग से जलवायु में हो रहे परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। समय रहते अगर नहीं चेते तो इस पृथ्वी से मानव का अस्तित्व मिट जाएगा। हम सभी को पर्यावरण की रक्षा के लिए आगे आना होगा। शिवम ने बताया कि भावी पीढ़ी को हरी-भरी धरती सौंपना हैं तो धरती से प्लास्टिक को खत्म करने का संकल्प लेना होगा ताकि स्वच्छ धरती मिले। हम सभी का जीवन सुरक्षित रहें, इसके लिए ही हरे पेड़-पौधें बनाये गये। यह पूरी मानव जाति के लिए बहुत ही दुखद है कि अपने स्वार्थ के लिए प्रकृति के साथ लगातार खिलवाड़ करते जा रहे हैं। कहते हैं कि एक वृक्ष सौ पुत्रों के समान होता है। इसका मतलब यह है कि एक वृक्ष लगाने से सौ पुत्रों जितना सुख मिलता है। हमारी धरती पर पेड़-पौधा ही ऐसा जीवित वस्तु है जो समाज से कुछ नहीं लेता है। लेकिन, हमें बहुत कुछ देता है इसका उदाहरण आप सभी लोगों के सामने हैं !!
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