
प्रतिभा सम्मान में पहुंचे कृषि मंत्री सुधाकर सिंह
- आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ बिहार
- Aug 19, 2022
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मोहनिया, कैमुर ।। प्रोजेक्ट शांति बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय मोहनिया कैमूर में प्रतिभा सम्मान का कार्यक्रम आयोजित किया गया । यह कार्यक्रम आईपीएस में चयनित साक्षी कुमारी के सम्मान में हुआ । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री बिहार सरकार सुधाकर सिंह रहे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर मोहनिया विधायिका संगीता कुमार रही। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर श्याम बिहारी सिंह ने किया।
कार्यक्रम के संबोधन में कृषि मंत्री ने कहा की साक्षी जी हमारी बेटी के समान है मुझे बहुत खुशी हुआ ।मैं लंबे समय से शिक्षा के क्षेत्र को लेकर विद्यालयों, महाविद्यालयों के निर्माण को लेकर कार्य कर रहा हूं। मेरी जानकारी के अनुसार साक्षी भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने वाली कैमूर से पहली लकड़ी है। लड़के तो दस से बारह की संख्या में पहले भी जा चुके हैं आगे करते हुए कहा कि लक्ष्य के साथ सही दिशा होना चाहिए उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अगर हमें दिल्ली जाना है और हम कोलकाता की तरफ जाएंगे तो क्या हम अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं नहीं ,नहीं पहुंच सकते लक्ष्य के सही दिशा को बताने वाले गुरु होते हैं यही बताते हैं कि लक्ष्य के अनुसार हम जा रहे हैं कि नहीं जा रहे हैं यहीं से शिक्षक की भूमिका शुरू होती है।
जब ज्ञान में नैतिक मूल्य नैतिक शिक्षा नहीं रहेगा तो उस ज्ञान का कोई औचित्य नहीं है ऐसा नहीं है कि जो नक्सली आतंकवादी होते हैं उनके पास ज्ञान नहीं होता उनके भी पास ज्ञान का अचूक भंडार होता है लेकिन उनका लक्ष्य गलत होता है ।हम बिहार के लोग शिक्षा को लेकर विषम परिस्थितियों में फंसे हुए हैं जहां भवन हैं सुविधाएं हैं वहां शिक्षक और पढ़ाई नहीं । जहां सामाजिकता का सहयोग होना चाहिए वहां सहयोग नहीं होता।
राजनीति छोटा हिस्सा है समाज सेवा बड़ा हिस्सा समाज सेवा के बिना राजनीति का कोई महत्व नहीं है राजनीति का कोई अलग लक्ष्य नहीं होता देश सेवा एक अवसर है मैं भी दिल्ली से पढ़कर गांव की तरफ चला मेरे सहपाठी मित्र यूपीएससी अलग तरह के नौकरियों की तरफ गए लेकिन मैं समाज सेवा की तरफ आया जिन्होंने मुझे इस लायक बनाया उनके लिए भी मुझे कुछ करना है। हम गांधी की तरह चलने वाले लोग हैं। समाज सेवा हमारा लक्ष्य है ।गलत राजनीति करना नहीं। लोहिया जी ने कहा था जो अपनी बात कुछ रखना चाहते हैं आजाद भारत में संसदीय प्रणाली के जरिए ही रख सकते हैं संसदीय प्रणाली के लिए चुनाव लड़ना पड़ता है। मैं सभी छात्रों से कहना चाहता हूं आप कुछ भी बनिए राजनीति में जाइए या प्रशासनिक सेवाओं में जाएं यह महत्व नहीं रखता महत्व रखता है कि आपने समाज के लिए कितना अच्छा काम किया ।लोग आपके बारे में अच्छा सोच रखते हैं कि नहीं। आपके क्षेत्र में आपका स्वयं का निर्णय चलता है कि हमें क्या बनना है लेकिन मेरे पेशे में पार्टी का निर्णय चलता है इस कारण मुझे भी अपना निर्णय बदलना पड़ा और पार्टी द्वारा निर्णय के आधार पर मंत्री पद धारण करना पड़ा। मैं अपने जीवन काल से अर्जित धन का एक बड़ा हिस्सा प्रत्येक साल शिक्षा पर खर्च करता हूं।
कार्यक्रम मे सम्मिलित लोगों मे विधायिका संगीता कुमार ,संतोष सिंह,विनीत सिंह,तरुण सिंह,विद्यालय के प्राचार्य अजय कुमार,पंकज कुमार एवं अन्य छात्र छात्राएं अभिभावक रहें।
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