राजनीति के नाम पर देश जातिगत आतंक की ओर- कुमार चन्द्र भूषण

भभुआ कैमुर ।। जिला अंतर्गत कुदरा प्रखंड के पट्टी गांव स्थित राष्ट्रीय सवर्ण समाज संघ प्रदेश कार्यालय से, राष्ट्रीय सवर्ण समाज संघ प्रदेश अध्यक्ष बिहार कुमार चन्द्र भूषण तिवारी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से देश की वर्तमान जातिगत राजनीतिक स्थिति के प्रति दुःख व्यक्त किया गया।उन्होंने कहा कि देश में चल रहे जातिवादी मानसिकता के तहत, जातिवादी विचारधारा के नेताओं द्वारा जातिवादी आतंक को बढ़ावा दिया जा रहा है, व जातिगत आतंकवादी पैदा किया जा रहा है।जोकि कदापि राष्ट्र हित में नहीं है। जहां कहीं भी छोटी सी बात होती है वहां इन जातिवादी मानसिकता के नेताओं द्वारा फालतू की रोना रोया जाता है जो कि निरंतर चलते आ रहा है। जातिवाद के आग में झोंक ना इन नेताओं का परम कर्तव्य हो गया है।राजस्थान के जालौर में तथाकथित बातें छात्र द्वारा मटके छूने की वजह शिक्षक की पिटाई से छात्र की मौत इसमें सच्चाई क्या है यह तो पूर्ण जांच के बाद ही पता लगेगा क्योंकि वहां के प्रशासनिक पदाधिकारियों  द्वारा जांच करने पर अभी तक सामने यही आ रहा है कि स्कूल के अंदर कोई मटका रखा ही नहीं जाता था और ना ही अभी है।पर जो पूरे देश में जातिवादी विचारधारा के नेता लोग हंगामा कर रहे हैं, यह राजनीति नहीं आतंकवाद है। इससे तो यही प्रतीत होता है कि देश के कानून से इन जातिवादी आतंकवादियों  का विश्वास हट गया है।जबकि इन्हीं के विचार धारा के नेताओं द्वारा देश में कानून बनाया गया है, फिर भी ऐसी स्थिति यह बहुत ही शर्मनाक है।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जातिगत जनगणना की बात किया जा रहा है, और उसके लिए तैयारियां भी जोर शोर पर है।क्या जातिगत जनगणना करने से बिहार की स्थिति सुधर जाएगी क्या सभी अमीर हो जाएंगे।इस जनगणना में कुल 500 करोड रुपए की खर्च है क्या प्रदेश पर यह अतिरिक्त बोझ नहीं होगा, क्या जातिवादी मानसिकता के नेता लोग इस जनगणना में आने वाली खर्च अपनी जेब से भरेंगे। क्यों ना जनगणना करना ही है तो आर्थिक स्थिति पर किया जाए हो सकता है कि भविष्य में विचार करने पर  देश का भविष्य सुधर सकता है।

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