शिक्षा सेवक ,शिक्षा सेवक( तालिमी मरकज) के केंद्रों पर लगेगा बोर्ड

कागजी खानापूर्ति के मद्देनजर किया जा रहा कार्य 


रामगढ़ से राजीव कुमार पाण्डेय कि रिपोर्ट


रामगढ़।। बिहार के सभी शिक्षा सेवक एवं तालिमी मरकज के चल रहे ट्यूशन केंद्रों एवं असाक्षर महिला केंद्र पर बोर्ड लगाने का निर्देश जन शिक्षा निदेशक सह संयुक्त सचिव संजय कुमार के द्वारा दिया गया है। जिसकी अनुपालन कराने की जिम्मेदारी सभी जिला के कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता को दी गई है।बता दें कि महादलित - दलित व अल्पसंख्यक -अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के अंतर्गत इन कर्मियों को अपने केंद्र पर 20से 30बच्चों को प्रतिदिन दो घंटे का ट्यूशन प्रदान करना है साथ ही टोले गांव की असाक्षर महिलाओं को साक्षर बनाने का कार्य किया जाना है। अक्षर आंचल योजना में साक्षर करने के नाम पर लगातार कागजी खानापूर्ति करने का मामला उजागर होने के बाद सरकार ने यह निर्णय लिया है।

जनशिक्षा निदेशालय ने कैमूर समेत बिहार के सभी जिलों के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता को निर्देश जारी किया है कि अक्षर आंचल योजना के तहत जिले के सभी प्रखंडों में जो भी केआरपी पदस्थापित हैं वह सप्ताह में 4 दिन कम से कम शिक्षा सेवकों के केंद्रों का निरीक्षण करते हुए अपने रिपोर्ट जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता को उपलब्ध कराएंगे इसके साथ ही जिले में पदस्थापित प्रभारी हर महीने कम से कम 20 केंद्रों का निरीक्षण करते हुए अपनी रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे इन दोनों की समीक्षा डीपीओ करेंगे और देखेंगे कि रिपोर्ट में समानता है या कोई अंतर है समीक्षा करने के बाद डीपीओ द्वारा हर महीने की 5 तारीख को विभाग को अपना समीक्षा रिपोर्ट भेजना है जिले में हर साल छः हजार के ऊपर महिलाओं को योजना के तहत कागजी साक्षर बनाने का काम चल रहा है।

कैमूर जिला के एसआरजी डॉक्टर बाबूलाल राम ने बताया कि पिछले वर्ष 6100महिलाओं को साक्षर बनाने का कार्य किया गया था और इस बार होने वाले 25सितंबर को बुनियादी महापरीक्षा परीक्षा मे 6080महिलाएं भाग लेंगी।

रिपोर्टर

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