पॉलिथीन से बना रहे पेट्रोल:विकास कुमार की अनोखी पहल

राजीव कुमार पाण्डेय 


नुआंव(कैमूर)।। जिले मे एक आठवीं कक्षा के छात्र द्वारा किया गया आविष्कार प्रयोग सुर्खियों मे है क्योंकि जिला मे पहली बार सरकारी विद्यालय के छात्र ने पॉलिथीन से पेट्रोल निकालने का तरीका ढूंढ निकाला है।स्थानीय प्रखंड के गर्रा गांव निवासी चंद्रजीत कुशवाहा के तेरह वर्षीय पुत्र विकास कुमार उर्फ गोलू ने यह कारनामा विद्यालय के शिक्षकों के सहयोग से कर दिखाया है।पिता पेशे से राजमिस्त्री हैं।विदित हो कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नही होती ।उत्क्रमित मध्य विद्यालय नुआंव मे आठवीं कक्षा के छात्र द्वारा किए कारनामों के चर्चे का बाजार गर्म है।जिसने पॉलिथीन के अवशेष से पेट्रोल बनाया है।हालांकि अभी इनके द्वारा तैयार पेट्रोल से बिना प्यूरीफायर किए कार व बाइक नही चलाया जा सकता है।वहीं विकास ने इस संदर्भ मे बताया कि प्लास्टिक व पॉलिथीन के अवशेष से पेट्रोल बनाने के लिए उसने एक छोटा पांच किग्रा वाले खाली गैस सिलेंडर मे लोहे की पाइप लगाकर गैस वेल्डिंग कराई है लोहे की सॉकेट लगाई और एक पतली प्लास्टिक पाइप लगाई है ताकि पेट्रोल व ज्वलंत ईंधन की गैस पाइप के सहारे निकल सके। छोटे वाले गैस सिलेंडर मे ऊपर से एक बड़ा छेद करवाया गया है जिसके माध्यम से पॉलिथीन को सिलेंडर के अंदर डाला जा सके।सिलेंडर के सभी छिद्रों पर गैस वेल्डिंग की गई है ताकि बाहरी हवा प्रवेश न कर सके।सिलेंडर के नीचे से किसी गर्म करने वाले पात्र पर रखकर400डिग्री सेल्सियस तक लगभग 20से 30मिनट तक गर्म करने पर प्लास्टिक के पाइप के द्वारा हल्की हल्की पेट्रोल टंकी से बाहर निकलना चालू हो जायेगा।इस प्रोजेक्ट के निर्माण मे 1500की राशि खर्च होने की बात बताई जा रही है।उसने आगे कहा कि यह जानकारी किताब के माध्यम से और शिक्षकों के सहयोग से मिली है।जिला स्तरीय प्रतियोगिता मे प्रथम स्थान लाकर इसने अपने प्रतिभा का लोहा मनवाया है।राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी प्रतियोगिता के लिए चयनित है।

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