अज्ञात हमलावरों ने समाजसेवी पर किया जानलेवा हमला स्थिति गंभीर

जिला संवाददाता कुमार चन्द्र भूषण तिवारी की रिपोर्ट


कैमूर ।। जिला के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत हाजरा पुल के समीप अज्ञात हमलावरों ने समाजसेवी पर किया जानलेवा हमला पीड़ित का आरोप पाढ़ी पंचायत के रोजगार सेवक हमला में रहे सम्मिलित, प्रखंड विकास पदाधिकारी चांद के द्वारा कराया गया है हमला। मिली जानकारी के अनुसार चांद ग्रामवासी सत्येंद्र सिंह पिता स्वर्गीय गोपाल सिंह बुधवार को सवारी गाड़ी मैजिक से समय लगभग 10:00 बजे भभुआं के लिए आ रहे थे कि रास्ते में हाजरा पुल के समीप आते ही अज्ञात हमलावरों ने जानलेवा हमला कर दिया जिससे कि वह बूरी तरह से घायल होने की वजह से अचेत हो गए, आस-पास मौजूद लोगों द्वारा अचेत अवस्था में देखने के बाद चैनपुर थाना प्रशासन को सूचित किया गया। स्थल पर पहुंच आसपास लोगों की सहायता से थाना प्रशासन द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चैनपुर पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों द्वारा औपचारिक इलाज करने के उपरांत स्थिति को गंभीर देखते हुए, सदर अस्पताल भभुआं के लिए स्थानांतरित कर दिया गया। जहां डॉक्टरों द्वारा इलाज के उपरांत पीड़ित द्वारा बताया गया कि मैं चांद से भभुआं के लिए सवारी गाड़ी मैजिक से आ रहा था हाजरा पुल के पास पहुंचते ही दो लोगों द्वारा मैजिक रुकवा कर हमें मैजिक से जबरदस्ती बाहर उतार दिया गया, उन दोनों लोगों द्वारा अपने मुंह गमछे से बांधा गया था। जब हमने पूछा कि हमें जबरदस्ती क्यों उतार रहे हो तो उन लोगों ने बोला कि अभी रुक हम बताते हैं। उनके द्वारा मैजिक गाड़ी चालक को वहां से धमका कर भगा दिया गया। जिसके बाद हमने एक हमलावर का गमछा खींचा तो यह पाया कि पाढ़ी पंचायत के पूर्व आवास सहायक मोहन यादव हैं। हमारे द्वारा गमछा खींचने के बाद मोहन यादव द्वारा बोला गया कि तुझे पहले ही समझाया जा चुका है, कि हम लोगों के विरुद्ध कोई कार्य न कर पर तू नहीं माना तो तेरा अब बुरा हाल ही होगा। इतने में दो मोटरसाइकिल से पांच छः की संख्या में और लोग भी हाथ में डंडा व लोहे का राड लिए हुए आ गए और हमारे ऊपर हमला कर दिए जिससे कि मैं अचेत हो गया। पीड़ित का कहना है कि 23 सितंबर 2022 को हमारे द्वारा सूचना के अधिकार के तहत, चांद प्रखंड में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत किए गए कार्यों की जानकारी चांद प्रखंड विकास पदाधिकारी शशि भूषण साहू से मांगा गया था। उनके द्वारा जानकारी नहीं दिया गया, जिसके उपरांत मैंने उच्च अधिकारियों से शिकायत किया और मामले को न्यायालय में ले गया। मामले को आगे बढ़ते देख प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं पाढ़ी पंचायत के पूर्व आवास सहायक मोहन यादव द्वारा बार-बार धमकी दिया जा रहा था। जिस संदर्भ में विगत तीन चार महीना पूर्व जिला पदाधिकारी एवं जिला पुलिस पदाधिकारी को मैं आवेदन के माध्यम से अवगत करा चुका हूं, एवं सुरक्षा का गुहार लगा चुका हूं, पर उनके द्वारा भी मामले की अनदेखी किया गया। जिससे कि इनका मनोबल बढ़ गया और हमारे ऊपर इन्हीं लोगों के द्वारा जानलेवा हमला किया गया है। संवाददाता द्वारा जब उपरोक्त के संदर्भ में दूरभाष के माध्यम से प्रखंड विकास पदाधिकारी चांद से वार्तालाप किया गया तो उन्होंने कहा कि आरोप बेबुनियाद है। वही पाढ़ी पंचायत के पूर्व आवास सहायक से जब दूरभाष के माध्यम से जानकारी लिया गया तो उनका कहना है कि सत्येंद्र सिंह कौन है यह तो मैं जानता भी नहीं जबकि पीड़ित का कहना है कि पूर्व आवास सहायक हमारे घर तक भी आए गए हैं। ऐसे तो कैमूर जिला ही नहीं प्रदेश व देश में अनेकों ऐसी मामला सुनने व देखने को मिलता है, कि जो कोई भी भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलता लिखता या जानकारी लेता है उसके ऊपर भ्रष्टाचारियों द्वारा पैसे की बदौलत, डरा धमकाकर, जानलेवा हमला कराकर या सदैव के लिए रास्ते से हटा कर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है। अब देखना यह है कि कैमूर जिले के शासनिक प्रशासनिक पदाधिकारी कहां तक सच्चाई को सामने ला पाते हैं। और पीड़ित को न्याय दिला पाते हैं या मामले को रफा-दफा कर देते हैं।

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