हर्षोलाश के साथ मनाया गया ईद-उल-अदा, मुस्लिम समुदाय के लोग गरीबों में जकात बांटकर दिया शांति का प्रतीक

संवाददाता-: अमित कुमार गुप्ता


नुआंव, कैमूर ।। मुस्लिम भाइयों का प्रमुख त्योहार बकरीद गुरुवार को धूमधाम से मनाया गया। जहां जिला मुख्यालय से लेकर प्रखण्ड के विभिन्न मस्जिदों में बकरीद का नमाज अदा की गई। इसके बाद लोगों ने एक दूसरे को गले लगा कर बकरीद की मुबारकबाद दी। बकरीद त्योहार को लेकर लोगों में उत्साह दिखा। खास कर बच्चे नए-नए परिधान में अपने अभिभावकों के साथ नमाज अदा करने मस्जिदों में पहुंचे। इस अवसर पर ईद की नमाज सुबह 8:30 बजे स्थित ईदगाह में अदा की गई। मुस्लिम समुदाय ने नमाज के बाद देश में अमन चैन व तरक्की के लिए दुआ मांगी। मुख्य मार्ग स्थित ईदगाह के इमाम मौलाना ने बताया कि मुस्लिम समुदाय में दो त्यौहार बड़े माने जाते हैं। एक रमजान के बाद आने वाला ईद उल फितर व ईद उल अजा जो रमजान के 2 महीने 10 दिन बाद आती है। यह कुर्बानी का दिन होता है।  बकरीद का पर्व इस्लाम के बहुत बड़े पैगम्बर इब्राहिम व उनके बेटे इस्माइल की याद में मनाया जाता है। करीब 5 हजार साल पहले हजरत इब्राहिम ने अपने बेटे इस्माइल की कुर्बानी अल्लाह की बारगाह में पेश की थी। जो अल्लाह को पसंद आई और उनकी जगह जन्नत के जानवर को कुर्बान करवाया। इसी के शुकराने में ईद की 2 रकात नमाज पढ़ी जाती है, वहीं समाजसेवी नसुरद्दीन अंसारी ने बकरीद की मुबारकबाद देते हुए कुर्बानी आम जगह पर नहीं करने एवं साफ-सफाई का ध्यान रखने की अपील की है। बकरीद के अवसर पर बाजार में खरीदारी का माहौल रहा। बच्चों व युवाओं ने बकरीद के लिए कपड़ों की खरीदारी की। वहीं, महिलाओं ने कपड़े व ज्वैलरी की खूब खरीदारी की। वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन मुख्य मार्ग के चौक-चौराहों पर मुस्तैद दिखी।

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