
एक ही गांव की चार लड़कियों के अचानक गायब होने से गांव में पसरा सन्नाटा
- आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ बिहार
- Nov 12, 2023
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कैमूर ।। जिला के मोहनियां थाना क्षेत्र के पुसौली गांव से दो महीने के अंतराल में गांव से चार लड़कियों के अचानक गायब होने से गांव में पसरा सन्नाटा, दिवाली का त्यौहार भी दिख रहा फीका। संदर्भ में पीड़ित तारकेश्वर पाल से मिली जानकारी के अनुसार उनकी दो पुत्री 17 वर्षीय अंशु कुमारी व 12 वर्षीय कविता कुमारी जो कि विगत 3 सितंबर को घर से दवा लेने के लिए निकली हुई थी। पर देर शाम तक घर न पहुंचने के बाद परिजनों द्वारा खोजबीन किया जाने लगा। दोनों बच्चियों का कोई पता नहीं चल पाया जिस संदर्भ में पीड़ित द्वारा थाना प्रशासन को 3 सितंबर को ही आवेदन देते हुए कार्यवाही हेतु गुहार लगाया गया । थाना प्रशासन द्वारा मामला तो दर्ज किया गया, पर इस संदर्भ में अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं किया गया। प्रशासन द्वारा पीड़ित के आवेदन पर मामला दर्ज करने के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया। यह मामला लगभग 2 महीने पूरे होने वाला था इसी क्रम में इसी गांव से विगत तीन नवंबर 2023 को ग्रामवासी विनोद पासवान पिता स्वर्गीय बबन पासवान की 16 वर्षीय पुत्री अंजू कुमारी एवं 15 वर्षीय भतीजी संध्या कुमारी पिता मनोज पासवान गांव से कुछ दूर भोपतपुर गांव से घरेलू उपयोग की सामग्री खरीदने हेतु गई हुई थी। पर दोनों का देर शाम तक घर वापस नहीं लौटी कहीं कोई पता नहीं लगा। आसपास नातेदार रिश्तेदार हर जगह पता लगाया गया पर दोनों बच्चियों का पता नहीं लगा। अंततः विगत 6 नवंबर को स्थानीय थाना प्रशासन को आवेदन देते हुए कार्यवाही हेतु गुहार लगाया गया। साथ ही आवेदन के माध्यम से थाना प्रशासन के समक्ष आशंका जताया गया है, कि भतीजी संध्या कुमारी के दूरभाष नंबर से जिला के चैनपुर थाना क्षेत्र के चैनपुर ग्राम वासी अफरोज अंसारी पिता खुर्शीद आलम जिसका की रिश्तेदारी पुसौली गांव में भी है उसके द्वारा लगातार वार्तालाप किया जा रहा था। पीड़ित के आवेदन पर इस मामले में भी मामला तो दर्ज किया गया पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया। जिससे कि ग्रामीण हतोत्साहित है। पीड़ितों की माने तो वो प्रशासन के कार्यशैली से असंतुष्ट हैं साथ ही आरोप है कि मामले के अनुसंधान अधिकारी का कहना है कि आप लोग खुद ढूंढ कर लाइए। जिनके द्वारा शुक्रवार को कैमूर आरक्षी अधीक्षक ललित मोहन शर्मा से भी मिलकर न्याय का गुहार लगाने का कोशिश किया गया,पर त्योहारों के समय में व्यस्तता होने की वजह से जिला पुलिस पदाधिकारी से संपर्क नहीं हो पाया। संदर्भ में मोहनियां थाना अध्यक्ष ललन कुमार के द्वारा बताया गया कि मामले की जानकारी 2 दिन पहले मिली है, जांच पड़ताल किया जा रहा है। वही सूत्रों की माने तो मीडिया कर्मियों के माध्यम से जिला पुलिस पदाधिकारी को जब इस संदर्भ में जानकारी हुआ तो उनके द्वारा भी बताया गया कि मामला हमारे संज्ञान में नहीं था संज्ञान में आया है कार्यवाही किया जाएगा। पीड़ित परिवारों के साथ ही ग्रामीणों द्वारा यह आशंका व्यक्त किया जा रहा है कि कहीं इस तरह का घिनौना कार्य मानव तस्करों का तो नहीं। ग्रामीणों में यह चिंता व्याप्त है कि कब किसके घर की बच्चे और बच्चियां गायब हो जाए ठिकाना नहीं।अब देखना यह है कि शासनिक प्रशासनिक व्यवस्था के हर मोड़ पर विफल रहने वाला कैमूर शासन प्रशासन क्या इन बच्चियों के नदारत होने का गुत्थी सुलझा पाती है, या मामले को लीपापोती कर देती है।
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