सरस्वती पूजा के अवसर पर थाना परिसर में की गई शांति समिति की बैठक

सतत अध्ययन ही सरस्वती की सच्ची आराधना 


संवाददाता जैनेंद्र तिवारी की रिपोर्ट


कुदरा(कैमूर) ।। थाना परिसर में सरस्वती पूजा के मद्देनजर शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु की गई शांति समिति की बैठक। आपको बताते चलें कि पौराणिक कथाओं के अनुसार माघ शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को मां सरस्वती हाथों में पुस्तक वीणा और माला लिए श्वेत कमल पर विराजमान हो प्रकट हुई थी, जिस वजह से इस दिन सरस्वती पूजा मनाया जाता है। सरस्वती को साहित्य, संगीत, कल की देवी माना जाता है उसमें विचारण भावना एवं विविध समन्वय है। वीणा संगीत की, पुस्तक विचारणा की, और (हंस) वाहन कलां की अभिव्यक्ति है। सरस्वती की आराधना से रोग शोक चिंताएं और संचित विकार दूर होता है। लोक चर्चा में सरस्वती को शिक्षा का देवी माना गया है, सतत अध्ययन ही सरस्वती की सच्ची आराधना है। इस वर्ष माघ शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि बसंत पंचमी 14 फरवरी दिन बुधवार को मनाया मनाया जाएगा। जिस अवसर पर थाना क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु पुलिस निरीक्षक दिलीप कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को कुदरा थाना परिसर में पूजा समिति के सदस्यों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मियों की उपस्थिति में शांति समिति की बैठक संपन्न हुआ। पुलिस निरीक्षक द्वारा आग्रह किया गया कि पूजा पाठ एवं त्योहार शांति व सौहार्द का प्रतीक है, सभी मिलजुल कर मनाएं एवं अश्लील गानों का प्रयोग ना करें।बैठक में उपस्थित महानुभावों के सर्वसम्मति से  यह निर्णय लिया गया की मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा।अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए अपने देखरेख में सरस्वती पूजा का संचालन कराना सुनिश्चित करेंगे।

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