पेड़ जीवन के लिए जरूरी कवि सुनील कुमार



*सासाराम (रोहतास)*। जिले के दिनारा प्रखंड के किशुनपुरा गांव में नेशनल लव ए ट्री डे मनाया गया। जिसमें ग्रामीणों को कवि सुनील कुमार रोहतास के द्वारा बताया गया की पेड पौधे वृक्ष मानव जीवन के लिए बहुत ही जीवनदायिनी है। आगे उन्होंने बताया कि 

दुनिया में हर साल 16 मई को "नेशनल लव ए ट्री डे" मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य लव ए ट्री डे हमारे पर्यावरण में पेड़ों के महत्व और उनके सामने आने वाले खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। पेड़ों के लाभों और एक स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में उनकी भूमिका पर प्रकाश डालकर, हम लोगों को उनकी सुरक्षा और संरक्षण के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करता हैं। 

          पेड़ों की प्रकृति पर्यावरण संतुलन बनाये रखने में एक अहम भूमिका निभाने हेतु पेड़ों वृक्षों को समर्पित इस विशेष दिन को मनाकर हम उनकी सराहना तो कर ही सकते हैं।कवि सुनील कुमार ने बताया की पेड़ सम्पूर्ण ब्रह्मांड  प्रकृति पर्यावरण हेतु बहुत महत्वपूर्ण हैं ।

    वृक्ष पेड़ सर्वप्रथम हमें जीवन जीने सांस लेने के लिए हवा स्वच्छ,प्राणवायु , समस्त जीव जगत अर्थात  मनुष्यों , जानवरों और कई अन्य प्राणियों व वनस्पतियों के लिए भोजन , आवास , छाया और दवाएँ देते हैं।वृक्ष पेड़ हमें लकड़ी, इमारतों और आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और मनोरंजन आदि के लिए भिन्न भिन्न सामग्री प्रदान करते हैं।

     सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वृक्ष पेड़ पौधे मनुष्य पशु पक्षी सभी के लिए भंडारा करते हैं किसी में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करते हैं।

    पेड़ प्रमुख रूप से ग्लोबल वॉर्मिंग दूर करने, पर्यावरण प्रदूषण कम करने, ग्रीनहाउस गैस-कार्बन डाइऑक्साइड को अलग करने, थर्मल संतुलन बनाए रखने, जल चक्र, पारिस्थितिक संतुलन के साथ साथ भी अन्य बहुत कुछ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 


वृक्ष समस्त जीव जगत के लिए प्रकृति पर्यावरण का एक अनिवार्य हिस्सा हैं प्राचीन काल से ही हमारे समाज में बड़े होते बच्चों को घर स्कूल आदि में वृक्षों का महत्व बताये जाता रहा है। वर्तमान में भी कुछ बच्चे बड़े बूढ़े जवान लोग पर्यावरण के प्रति इतने जागरूक हो गए हैं कि वृक्षों पेड़ पौधों की रक्षा के लिए सभी अपने अपने स्तर पर जागरूक हैं। अधिकतर महिला पुरुष युवा बच्चे अब वृक्षों पेड़ पौधों की रक्षा और संरक्षण कर रहे है और कुछ प्रेरित होकर वृक्षों पेड़ पौधा का संरक्षण और संवर्धन करना चाहते हैं । जो दुनिया के सभी जीवों को रहने के लिए एक बेहतर स्वच्छ स्वस्थ और सुरक्षित जगह प्रदान कर सकते हैं। 

      वृक्ष पेड़ पौधे प्रकृति पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो हमारे चारों ओर मौजूद हैं। पेड़ पौधों,प्रकृति के बीच रहें पेड़ पौधों प्रकृति के सानिध्य में रहें। उनके मित्र में रहें। जंगल में टहलने जाएं और पेड़ों पौधों प्रकृति की सुंदरता का आनंद लें। आप हम सभी स्वस्थ, मस्त, प्रसन्न जीवन जियें। 

प्रकृति ही सर्वे सर्वा है प्रकृति में हमारी समस्त समस्याओं का समाधान निहित है। अपने जीवन काल में कम से कम पांच पौधे लगाएं और उनका संरक्षण व संवर्धन करें। कोशिश करें कि पौधारोपण करने से पहले जहां आप पौधारोपण कर रहे हैं वहाँ का स्थानीय पौधा ही लगाएं। जैसे आम,अमरूद, पीपल,नीम, बरगद पाकड के वृक्षों को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने बताया कि कोचस से बिक्रमगंज तक बहुत पहले एक व्यक्ति द्वारा लगाए गए जामुन का वृक्ष जब सावन में फल देता है।तब गाडियां को रोक कर उस फल का आनंद लोगों के द्वारा उठाया जाता है।आज भी बेलवैयां से बिक्रमगंज तक दोनों तरफ जामुन के बहुत वृक्ष मिल जायेंगे।आप वृक्ष के बीज को रोहिणी नक्षत्र आते ही छिटना एवं पौधों को रोपण करने का कार्यक्रम किजिए। मानव जीवन का यही सबसे वृक्षों का प्रेम है।

रिपोर्टर

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