पुस्तकालय बना बेसहारा कोई विभाग जिम्मेदारी लेने को तैयार नही

आखिर किस विभाग के अधीन है शिवहर का दो पुस्तकालय,बना यक्ष प्रश्न ?

शिवहर से ब्यूरो चीफ अंकित कुमार की रिपोर्ट 

शिवहर----मोबाईल के दौर में पुस्तकालय का महत्व कम जरूर हुआ है लेकिन पुस्तकालय के भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है । नगर परिषद के विस्तारित क्षेत्र खैरवा दर्प में सरकारी फंड से बना यदुवंश पुस्तकालय और शिवहर शहर स्थित जगदीश नंदन पुस्तकालय को जिला का कोई भी विभाग अपना मायने को तैयार नहीं है ।

इससे संबंधित मामला जिला लोक शिकायत निवारण में निष्पादित हो गया है । दरअसल, इन दोनों पुस्तकालयों के संचालक के संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता मुकुन्द प्रकाश मिश्र द्वारा बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम 2015 के तहत परिवाद दायर किया गया था । 

एक मामले में कहा गया था कि खैरवादर्प स्थित यदुबंस पुस्तकालय बदहाल स्थिति में है पिछले कई वर्षों से यहाँ पुस्तकालय संचालित नहीं होने से संबंधित है। उक्त के आलोक में ज्ञापांक 40311-20012 दिनांक 19.06.2024 द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद शिवहर एवं ज्ञापांक 40311-20100 दिनांक 25.06.2024 द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी, शिवहर को नोटिस निर्गत किया गया दिनांक 24.07.2024 को जिला शिक्षा पदाधिकारी, शिवहर के प्रतिनिधि नेहा रानी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान उपस्थित रहे | 

जिला शिक्षा पदाधिकारी, शिवहर ने अपने पत्रांक 303 दिनांक 23.07.2024 द्वारा प्रतिवेदित किया है कि परिवाद में वर्णित पुस्तकालय शिक्षा विभाग द्वारा संचालित नहीं हैं। 31.07.2024 को परिवादी उपस्थित और  कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद शिवहर के प्रतिनिधि चन्दन कुमार लोक स्वच्छता पदाधिकारी,शिवहर उपस्थित हुए । 

कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद शिवहर ने अपने पत्रांक 792 दिनांक 31.07.2024 द्वारा प्रतिवेदित किया है की खैरवादर्प गाँव में स्थित यदुबंस पुस्तकालय बदहाल स्थिति में है पिछले कई वर्षों से यहाँ पुस्तकालय संचालित नहीं होने से संबंधित है। यह पुस्तकालय भवन नगर परिषद, शिवहर द्वारा संचालित नहीं है। 

उक्त प्रतिवेदन का अवलोकन किया गया। यह प्राधिकार किसी निजी संस्था अथवा NGO अथवा स्थानीय समूह के द्वारा निर्मित पुस्तकालय के परिचालन हेतु किसी प्रकार का निदेश देने में सक्षम नहीं है। वाद को अस्वीकृत करते हुए वाद की कार्यवाई समाप्त की जाती हैं ।

गौरतलब है कि उक्त पुस्तकालय का सरकारी फंड से निर्माण भी हुआ और उस जमीन का खतियान यदुवंश पुस्तकालय के से दर्ज भी है । वहीं दुसरे परिवाद में नगर परिषद स्थित जगदीश नंदन सिंह पुस्तकालय अत्यंत बदहाल स्थिति में है जिसे संचालन कराने के संबंध में परिवाद दायर किया गया था । परिवाद पत्र की छायाप्रति कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, शिवहर / जिला शिक्षा पदाधिकारी, शिवहर / जिला योजना पदाधिकारी, शिवहर / कार्यपालक अभियंता, बागमती प्रमंडल, शिवहर को भेजते हुए प्रतिवेदन की मांग की गई। 

कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद द्वारा पत्रांक 605 के माध्यम से बताया गया कि उक्त पुस्तकालय नगर परिषद द्वारा संचालित नहीं है । जबकि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान शिवहर द्वारा पत्रांक 885 के द्वारा बताया गया कि यह पुस्तकालय शिक्षा विभाग शिवहर के अधीन संचालित नहीं है ।


31.07.2024 को परिवादी और कार्यपालक अभियंता, बागमती प्रमंडल, शिवहर के प्रतिनिधि विकास रंजन, सहायक अभियंता, उपस्थित हुए । कार्यपालक अभियंता, बागमती प्रमंडल, शिवहर ने अपने पत्रांक 964 दिनांक 30.07.2024 द्वारा प्रतिवेदित किया है कि उक्त पुस्तकालय का निर्माण सम विकास योजना के तहत बागमती प्रमंडल, शिवहर द्वारा वर्ष 2010 में पूर्ण कराया गया था। पुस्तकालय के निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात इसे सम विकास योजना, शिवहर को सुपुर्द कर दिया गया था।

 इस योजना में पुस्तकालय निर्माण होने के उपरान्त बागमती प्रमंडल, शिवहर को रख-रखाव करने का सम्भवतः कोई प्रावधान नहीं था। उक्त प्रतिवेदन का अवलोकन किया गया एवं प्रतिवेदन से परिवादी को अवगत कराया गया। कार्यपालक अभियंता, बागमती प्रमंडल, शिवहर के प्रतिवेदन के आलोक में वाद को अस्वीकृत करते हुए निष्पादित किया गया हैं आखिर यह दोनों पुस्तकालय शिवहर के  किस विभाग के अधीन है यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है ।

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