भूमि अधिग्रहण में कम मुआवजा को लेकर किसानों ने मसोई कैम्प में किया महापंचायत

किसानों की मांग की अनदेखी करने पर किसान संघर्ष मोर्चा सांसद मनोज कुमार के आवास का करेगा घेराव

जिला प्रशासन द्वारा आयोजित पंचायत कैम्प का किसान करेंगे विरोध

15 अगस्त को मसोई कैम्प पर शुरू होगा अनिश्चितकालीन धरना

कैमूर- भभुआं भूमि अधिग्रहण में उचित मुआवजा की मांगों को लेकर किसानों ने मसोई कैम्प पर बुधवार को दोपहर किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर के द्वारा किसान महापंचायत का आयोजित किया गया। महापंचायत में रामपुर भभुआ भगवानपुर चैनपुर एवं चांद प्रखंड के भूमि प्रभावित सैकड़ों किसानों ने भाग लिया। किसानों की मांग को लेकर सरकार सांसद एवं विधायक के द्वारा उपेक्षा करने के चलते किसानों में जबरदस्त एकजूटता एवं गुस्सा देखी गई। किसान सांसद मनोज कुमार के द्वारा लिखित आश्वासन देने के बाद संसद भवन में किसानों की मुआवजा की समस्या को नहीं उठाने पर किसान आक्रोशित थे। किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर की अध्यक्षता में आयोजित किसान महापंचायत में सर्वसम्मति से तीन प्रस्ताव पास किए गए। महापंचायत में पारित प्रस्ताव में सासाराम संसदीय क्षेत्र के सांसद मनोज कुमार के आवास का घेराव किया जाएगा। किसानों का आरोप है चुनाव में सांसद द्वारा लिखित आश्वासन देने के बाद से किसानों के समस्याओं को पार्लियामेंट में नहीं उठाया। महापंचायत में 15 अगस्त से पीएनसी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मसोई कैम्प पर 15 अगस्त से अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा। महापंचायत में किसानों ने जिला प्रशासन के द्वारा भारत माला परियोजना एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण में लगाए गए पंचायत स्तरीय कैम्प का विरोध किया जाएगा। महापंचायत में किसानों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया की कैम्प में किसान किसी तरह की कागजात नहीं जमा करें एवं नहीं कैम्प में किसान जाएंगे। महापंचायत का आयोजन अध्यक्ष विमलेश पांडेय किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर की अध्यक्षता में की गई संचालन पशुपति नाथ सिंह महासचिव किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर ने किया। महापंचायत में प्रो कमला सिंह अनिल सिंह सचिव किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर अमित रंजन सिंह श्याम नारायण सिंह अभिमन्यु सिंह अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन कैमूर टुनटुन सिंह अशोक सिंह भुपेंद्र सिंह राजू सिंह रवि शंकर सिंह लाला सिंह विजय प्रजापति अवधेश सिंह सत्येंद्र कुमार श्याम सुन्दर सिंह आदि सैकड़ों किसानों ने भाग लिया। किसानों के द्वारा पिछले दो साल से भारत माला परियोजना एक्सप्रेस-वे निर्माण एवं एन एच 219 भूमि अधिग्रहण में किसानों की बहु फसली एवं किमती जमीन अधिग्रहण की गई है। किसानों को मुआवजा 2013 सर्किल रेट के आधार पर बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है। उचित मुआवजा को लेकर किसान पिछले दो साल से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। कैमूर जिले में रामपुर भभुआ भगवानपुर चैनपुर एवं चांद प्रखंड के सैकड़ों किसानों का 2 हजार एकड़ भूमि अधिग्रहण की जा रही है। किसानों ने कहा भूमि अधिग्रहण में बाजार मूल्य से चार गुना मुआवजा दिया जाए। उचित मुआवजा को लेकर किसानों ने कैम्प स्थल मसोई में 77 दिन का ऐतिहासिक अनिश्चितकालीन धरना दिया था। किसानों को नाराजगी सरकार के उपेक्षा पूर्ण रवैया को लेकर है।

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