जीवित्पुत्रिका के महान पर्व के अवसर पर परिजनों की लापरवाही कहें या बच्चों की मनमानी पानी में डूबने से पांच बच्चों की मौत

कैमूर- जीवित्पुत्रिका(जिवितीया) के महान पर्व के अवसर पर परिजनों की लापरवाही कहें या बच्चों की मनमानी जिला में  विभिन्न अलग-अलग घटनाओं में पानी में डूबने से पांच बच्चों की मौत। मिली जानकारी के अनुसार कुदरा थाना क्षेत्र के सकरी नहर में सकरी ग्राम वासी संतोष सिंह सिंह के 10 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार जो की परिजनों के साथ जीवित्पुत्रिका पर्व के अवसर पर स्नान हेतु गया हुआ था, जिसके की पानी में डूबने से मौत हो गया। कुदरा थाना क्षेत्र अंतर्गत गोरिया नदी में परिजनों के साथ स्नान करने गए सलथुआं ग्रामवासी पांच लड़कियां डूबने लगी जिसमें से की चार को बचाया गया वही सलथुआं ग्रामवासी घुलेटन शर्मा की एक बेटी का पता नही लग पाया लोगों की आशंका है कि नदी के पानी में डूब चुकी है। वही भभुआं थाना क्षेत्र अंतर्गत दुर्गावती नदी रूपपुर पुल के पास रूपपुर ग्राम वासी किशन सिंह पिता भागीरथी सिंह व हरिहरपुर ग्राम वासी सत्यम कुमार पिता देवनारायण सिंह की पानी में डूबने से मौत हो गया। जिस संदर्भ में परिजनों के द्वारा बताया गया कि यह घटना तब घटीत हुआ जबकि जीवित्पुत्रिका पर्व के अवसर पर एक दर्जन बच्चों की टोली स्नान के लिए गया हुआ था। तो जिला के रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत अभैदे ग्रामवासी विनोद सिंह के 16 वर्षीय पुत्र जो की परिजनों के साथ गांव के ही तालाब में स्नान करने गया हुआ था जिसकी की तालाब में डूबने से मौत हो गया। जीवित्पुत्रिका का व्रत माताएं अपने संतान की लम्बी आयु की कामना हेतु करती है, जिस व्रत को करने का नियम बहुत ही कठिन है जिसमें की अन्न और फल के साथ ही जल ग्रहण करना भी वर्जित है। सोचने का विषय है की अभिभावकों का थोड़ी सी लापरवाही या फिर बच्चों की मनमानी से इस महान पर्व के अवसर उन माताओं के दिल पर क्या गुजर रहा होगा जिनका संतान इस महापर्व को छिन गया। 

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