
आइपीएस विकास वैभव ने गार्गी पाठशाला में की जनसंवाद
- सुनील कुमार, जिला ब्यूरो चीफ रोहतास
- Apr 27, 2025
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रोहतास।बिहार के उज्ज्वलतम भविष्य निर्माण हेतु संकल्पित लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के अंतर्गत विदुषियों द्वारा स्थापित गार्गी अध्याय आज बिहार में संकल्पित एवं प्रबुद्ध महिलाओं का प्रमुख वैचारिक एवं सामाजिक मंच बन चुका है। जिसके अंतर्गत 20 गार्गी पाठशाला केन्द्रों पर निःशुल्क शिक्षादान के अतिरिक्त वंचित महिलाओं के स्वरोजगार हेतु गार्गी कला कौशल केंद्रों, गार्गी गृहिणी तथा गार्गी कृत्या के माध्यमों से भी उत्कृष्ट प्रयास किया जा रहा है । 2047 तक विकसित भारत में विकसित बिहार का निर्माण महिलाओं के अग्रणी योगदान से ही संभव है। और इसीलिए यह अत्यंत आवश्यक है कि समाज में उत्कृष्ट योगदान समर्पित कर रहीं महिलाओं को अभियान के बड़े मंच पर सम्मानित किया जा सके ।
लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के तहत आज रविवार को सासाराम नगर निगम क्षेत्र के अमरा तालाब स्थित गार्गी पाठशाला में महत्वपूर्ण शिक्षा संवाद का आयोजन नूतन कुमारी के अध्यक्षता में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में आईपीएस विकास वैभव मौजूद रहे। साथ साथ सासाराम जेल सुप्रिटेंडेट सुजीत कुमार राय, जिला पार्षद के के पूर्व अध्यक्ष प्रमिला सिंह, लव सिंह, संजय सिंह बाला, सासाराम पूर्व प्रमुख राम कुमारी देवी, राम अवतार राय, मदन कुमार सिंह, अभिनव नीरज, अश्वनी कुमार सिंह, गार्गी अध्याय के मुख्य समन्वयक प्रीति बाला, लेट्स इंस्पायर बिहार के मुख्य समन्वयक राहुल सिंह, यश उपाध्याय और अन्य लोग मौजूद रहे।
गार्गी पाठशाला का उद्देश्य बिहार के हर गांव और शहर में निशुल्क शिक्षा का संदेश उन जन तक ले जाना हैं जो सही माइने में वंचित है. इस अभियान के अंतर्गत गार्गी_अध्याय से जुड़ीं विदुषियों द्वारा निस्वार्थ भाव से आर्थिक रूप से वंचित बच्चों के हितार्थ नित्य निःशुल्क शिक्षादान किया जाने लगा है। इन केंद्रों में बिहार के हर बच्चे को शिक्षित एवं स्किल्ड बनाने के उद्देश्य से योगदान कर रही विदुषियों के संकल्प एवं निष्ठा को देखकर ऐसा प्रतीत होने लगता है कि मानो विदुषी गार्गी वाचक्न्वी की प्रेरणा आज भी जीवंत हो और समाज की बौद्धिक जागृति हेतु प्रयासरत हो. श्री विकास वैभव ने बताया कि अभियान के अंतर्गत सिवान, औरंगाबाद, मधुबनी, सासाराम, गया अन्य कुल 24 केंद्रों पर भी निःशुल्क पाठशालाएं संचालित हैं। जिससे कुल संख्या अब 18 जिलों में 24 केंद्रों तक पहुंच गयी है।
कार्यक्रम को संबोधन करते हुए विकास वैभव ने बताया कि अभी सोचा ना था कि बहुत सीमित संसाधन के साथ शुरुआत अभियान आज इतना बड़ा आकर ले लेगा। यह कार्य बहुत बड़ी चुनौती थी हमारे लिए लेकिन कारवां जुड़ता गया और काम आसान होता गया। आज बहुत गर्व है कि विकसित भारत में विकसित बिहार का सपना साकार हो रहा हैं। एक संकल्प हैं कि 2047 तक बिहार को एक नई बुलंदियों पर ले कर जायेंगे। साथ ही ये भी कहां की आज बिहार को एक सूत्र में जोड़ने की आवश्यता है आज बिहार जाति –धर्म और लिंगभेद में बटा हैं उसको खत्म करना हैं तभी परिवर्तन आएगा। बिहार में राजनीतिक नहीं सामाजिक परिवर्तन की जरूरत हैं।आज गार्गी पाठशाला रोहतास के कम वक्त में इतना बड़ा आकर देखते हुए श्री वैभव ने कहां की निश्चित रूप से रोहतास के गार्गी पाठशाला देश के अग्रणी पाठशाला में गिने जाएंगे। साथ ही साथ भागलपुर में लेट्स इंस्पायर बिहार के तहत चल रहे उद्यमिता प्रशिक्षण को ज़िक्र करते हुए बताया कि हमलोग बिहार में रोजगार स्टार्टअप के लिए एक बड़े काम कर रहे हैं
गार्गी चैप्टर का बढ़ता प्रभाव
विकास वैभव ने गार्गी चैप्टर की पहलों की सराहना की, खास तौर पर गार्गी पाठशाला के विस्तार की, 30 अप्रैल 2022 को पहली बार गार्गी पाठशाला की शुरुआत पटना के स्लम से शुरू हुआ जहां गरीब के बच्चों को समझा बुझाकर पढ़ने को प्रेरित कर शुरुआत पटना में तीन केंद्रों से हुई थी और अब यह पूरे बिहार में 25 केंद्रों का संचालन करती है - जिनमें से 20 का नेतृत्व महिलाएं करती हैं। उन्होंने घर से काम करने के अवसर प्रदान करने और वैश्विक बाजारों तक पहुँच के साथ महिलाओं के नेतृत्व वाले उद्योगों को बढ़ावा देने में डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म की भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
वर्तमान में, 2,00,000 से अधिक लोग स्वेच्छा से 'लेट्स इंस्पायर बिहार' अभियान में शामिल हैं। गार्गी चैप्टर प्रगतिशील महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है, जो गार्गी पाठशाला, गार्गी कला और कौशल केंद्र और गार्गी कृत्य जैसी पहलों के माध्यम से शिक्षा और उद्यमिता को बढ़ावा दे रहा है।
बच्चों ने संगीत, नुक्कड़ नाटक और योगा का प्रस्तुति देकर सबको सम्मोहित कर दिया, तालियों से गड़गड़ाहट से पूरा वातावरण गुंजायमान रहा।
कार्यक्रम का समापन बिहार में महिलाओं और बच्चों के उत्थान के लिए निरंतर प्रयास करने के आह्वान के साथ हुआ। नूतन कुमारी ने अतिथियों का स्वागत करते बच्चों के निरंतर विकास और शिक्षा के पहल के महत्व पर जोर दिया।
सभी से कहा कि 2047 तक विकसित भारत में विकसित बिहार का निर्माण आसान नहीं है । एक रिपोर्ट को उद्धृत करते हुए उन्होंने बताया कि बिहार आज भारत का सर्वाधिक पिछड़ा राज्य बन चुका है जिसमें एक माह में प्रति व्यक्ति आय मात्र 5028 रूपये है जबकि सिक्किम में 48,979, दिल्ली में 38,493, तेलंगाना में 29,714, केरल में 23,417, महाराष्ट्र में 23,134, गुजरात में 22,704, और आंध्र प्रदेश में 20,207, और मध्य प्रदेश में 11,880 है । ऐसे में जब बिहार का विकास दर अभी मात्र 14.5% है तो 2047 तक विकसित भारत में एक विकसित बिहार के निर्माण की चुनौती कितना कठिन है यह स्पष्ट समझा जा सकता है । यदि वर्तमान दर से भी हम विकसित होते रहे तो लक्ष्य से बहुत पीछे ही रहेंगे । जब तक हम बिहार में उद्यमिता की क्रांति लाने के निमित्त कार्य नहीं करेंगे तो हम लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकेंगे और इसके लिए हमें जाति-संप्रदाय, लिंगभेद और विचारधारात्मक मतभेदों से उपर उठकर कार्य करना होगा ।
रिपोर्टर