बिना बरसात की हुई बारिश ने खोल दी सासाराम की पोल


रोहतास । जिला मुख्यालय सासाराम जो बिहार के प्रमुख और ऐतिहासिक शहरों में गिना जाता है, वहां की सियासत अब सवालों के घेरे में है। शहर में विधायक हैं, सांसद हैं, मेयर और डिप्टी मेयर भी हैं—ऊपर से ढेर सारे पार्षद भी—लेकिन ज़मीनी हालात क्या हैं?

जरा-सी बारिश क्या हुई, सासाराम की हर सड़क तालाब बन गई। हर गली, हर मोहल्ला पानी से लबालब हो गया। आम लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया।साकेत नगर डीएन सिंह से सटे गली से लेकर , गोला,धर्मशाला,बौलिया रोड ,गौरक्षणी तक बुरा हाल है । 

अधिकारियों के कार्यालय भी जलभराव से अछूते नहीं रहे। अनुमंडल कार्यालय से लेकर शिक्षा विभाग के कार्यालय तक पानी में डूबे रहे। सदर अस्पताल की स्थिति तो और भी खराब थी, हाल पूछना ही व्यर्थ है।

यदि समय पर नालों की सफाई होती, तो यह स्थिति नहीं आती। लेकिन अफ़सोस! काम सिर्फ़ कागज़ों पर हुआ, ज़मीन पर नहीं।कुछ पार्षद तो अपने वार्ड तक में कोई काम नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन सपना विधायक बनने का देख रहे हैं!

रिपोर्टर

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