विश्व पर्यावरण बड़े उत्साह, जागरूकता और प्रतिबद्धता के साथ मनाया


रोहतास। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के नारायण पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट एंड एलाइड साइंसेज में विश्व पर्यावरण दिवस बड़े उत्साह, जागरूकता और प्रतिबद्धता के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा नोडल इकाई के रूप में किया गया, जिसमें छात्र, शिक्षक और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह, कुलसचिव प्रो. डॉ. धर्मेन्द्र, सहायक कुलसचिव कुंदन कुमार, निदेशक प्रो. डॉ. नीरज कुमार, एन एस एस एवं एन सी सी प्रभारी डॉ. मयंक कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत पौधारोपण से हुई जिसमें सभी अतिथियों ने भाग लिया और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया।

प्रो. डॉ. नीरज कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि यह केवल एक दिन का आयोजन नहीं बल्कि पर्यावरणीय जिम्मेदारी की ओर एक सतत यात्रा है। उन्होंने घोषणा की कि इस आयोजन को हर वर्ष और अधिक व्यापक रूप में मनाया जाएगा तथा इसे संस्थागत परंपरा का हिस्सा बनाया जाएगा। उन्होंने पर्यावरण सुधार के लिए तीन महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए जिसमें

 प्लास्टिक का कम प्रयोग, पुन: उपयोग योग्य वस्तुओं का बढ़ावा, जल और ऊर्जा का संरक्षण।

ऑक्सीजन उत्सर्जित करने वाले और औषधीय पौधों का अधिक से अधिक रोपण एवं

 पर्यावरण शिक्षा के आलोक में छात्रों को शैक्षणिक और सह-पाठ्यक्रमीय गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूक और उत्तरदायी बनाना।

इस अवसर पर वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए गए। इसके साथ-साथ एन एस एस के स्वयंसेवकों ने स्वच्छता अभियान चलाया और “स्वच्छ परिसर, हरित परिसर” की भावना को साकार किया। इस आयोजन में एन एस एस समन्वयक रितेश पांडेय की सक्रिय भागीदारी एवं मार्गदर्शन सराहनीय रही। उन्होंने एन एस एस छात्रों को प्रेरित किया और उनके साथ मिलकर आयोजन को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके सहयोग से स्वच्छता अभियान और वृक्षारोपण कार्यक्रम दोनों को अनुशासित और प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. पठनिया कार्यक्रम आयोजक द्वारा किया गया। उन्होंने आयोजन की पूरी रूपरेखा का संचालन किया और सभी प्रतिभागियों को सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। डॉ. नरेंद्र कुमार, विभाग प्रभारी, फिजियोथेरेपी, ने सभी छात्रों और संकाय सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह एक संयुक्त प्रयास था, जो विश्वविद्यालय को एक हरित और स्वच्छ भविष्य की ओर ले जाएगा।

कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि पर्यावरण संरक्षण के ऐसे प्रयास केवल एक दिन तक सीमित न रहकर पूरे वर्ष चलाए जाएंगे और विश्वविद्यालय की पहचान का हिस्सा बनेंगे।

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