आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति की नही पूरी हुई एक भी मांग

अनिल वर्मा की रिपोट

बिहार ।। राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वाधान में जिला अध्यक्ष सविता कुमारी यादव ने बताया कि, जो हम लोगों का 15 सूत्री मांग था, उसमें से एक भी मांग पूरा नहीं किया गया। लेकिन बच्चे ,गर्भवती माताओं,पोषण सम्बन्धी देख रेख एवं प्रदेश कमिटी एवं निदेशक आईसीडीएस के बीच, सौहार्दपूर्ण लिखित समझौता के आलोक में जारी हडताल 5 दिसंबर 2018 से जारी हड़ताल, 15 जनवरी 2019 के अपराहन समाप्त कर दी गई है। सरकार  द्वारा अगर यथाशीघ्र समझौते की शर्तों  का पालन नहीं की जाती है ,तो भविष्य में हमारे संयुक्त संघर्ष समिति पुनः संवैधानिक आंदोलन के जरिए, अपने ऊपर होने वाले घोर अन्याय के खिलाफ अन्जाम की परवाह किए बिना बिहार की सड़कों पर उतर जाएगी । अतः  16 जनवरी 2019 से जिला की समस्त सेविका सहायिका पूर्ववत अपने केंद्रों का संचालन करेंगे। वार्ता के दौरान हुए समझौते को सविता कुमारी ने स्पष्ट करके बताया कि,

 आंगनवाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति की प्रमुख मांगे 

बिहार सरकार द्वारा दिए जा रहे राज्य भत्ता जो वर्तमान में मानदेय  का 25 %यानी ₹750 दिए जा रहे हैं, उसे बढ़े हुए मानदेय ₹4500 का 25% का भुगतान तत्काल किया गया।इस संबंध में केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाए गए मानदेय में सेविका ₹4500, सेविका मीनी ₹ 3500, सहायिका के ₹2500 के अनुरूप 25% राज्य भत्ता क्रमांक 1125  87... एवं 565 के यथा शीघ्र भुगतान का आश्वासन दिया गया।

उनकी दूसरी मांग राज्य भत्ता की राशि का 25% से बढ़ाकर 50% किया जाए।

इस संबंध में राज्य भत्ता की राशि 25% से बढ़ाकर 50% के करने के क्रम में समुचित  अग्रतर कार्रवाई की जाएगी। 3. सेविका को सुपरवाइजर में एवं सहायिका को सेविका में 50% आरक्षण दी गई एवं उम्र सीमा की छूट भी दी गई।

इस के आलोक बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के आंगनवाड़ी सेविका/ सहायिका हड़ताल को तोड़ने की घोषणा की गई। समझौता पत्र निर्देशक के हस्ताक्षर के बाद तीनों संयुक्त संघ का हस्ताक्षर किया गया।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट