रैली के चक्कर में मुख्यमंत्री द्वारा शहीद पिंटू सिंह को श्रद्धांजलि नहीं देना घोर निंदनीय - फ्रेंड्स ऑफ आनन्द

बिहार ।। बेगूसराय के लाल सी.आर.पी.एफ.में इंस्पेक्टर शहीद पिंटू सिंह को पटना हवाई अड्डा पर मुख्यमंत्री नितीश कुमार के द्वारा श्रद्धांजलि नहीं देना घोर निंदनीय के साथ शहीद की शहादत का अपमान है ।

रैली और राजनीति के चक्कर में मुख्यमंत्री ने शहीद को भुला दिया ! ये बेहद अफसोसजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है! ये बातें फ्रेंड्स ऑफ आनन्द के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रोफेसर एहशाम शाम, संयोजक दीपक कुमार सिंह और प्रदेश प्रवक्ता पवन राठौर ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा!

आगे फ्रेंड्स ऑफ आनन्द के तीनों नेताओं ने कहा कि बड़े नेताओं में केवल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और प्रशासन के लोगों ने शहीद पिंटू सिंह को श्रद्धांजलि देने का काम किया जो प्रशंशनीय है लेकिन अन्य दलों के बड़े नेताओं का पटना हवाई अड्डा नहीं पहुंचना इसकी जितनी भी निन्दा की जाय वो कम है! केवल मीडिया के माध्यम से आंतकवाद को खत्म करने, सेना के जवानों की शौर्य की बात करना लेकिन शहीद को श्रद्धांजलि नहीं देना ये बिल्कुल ही राजनेताओं के दोहरे चरित्र को उजागर करता है!

आगे फ्रेंड्स ऑफ आनन्द के प्रवक्ता पवन राठौर ने कहा कि जिस तरह "राजग" नेताओं ने संकल्प रैली के बारे में बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे कि ये अब तक की सबसे बड़ी रैली और ऐतिहासिक होगी लेकिन वैसी रैली नहीं हुई ,अपेक्षा के अनुरुप भीड़ नहीं जुटी जबकि ये रैली में एन.डी.ए. ने पूरी ताकत झोंक दी ! आगे पवन राठौर ने याद दिलाते हुए कहा कि सन 1994 में पूर्व सांसद आनन्द मोहन के द्वारा गांधी मैदान में आयोजित जनाक्रोश रैली में संकल्प रैली की अपेक्षा ज्यादा भीड़ थी जबकि उस समय संसाधन के अभाव के बावजूद ,सोशल साइट्स और तकनीक का भी उपयोग ना के बराबर होता था! जबकि आज संसाधन, तकनीक और बड़े राजनीतिक चेहरे के बावजूद अपेक्षा के लायक भीड़ नहीं!ये इस बात को इंगित करता है कि अब बिहार की जनता का रैली के प्रति मोहभंग हो गया है!

             

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