गलत इलाज से गर्भपात के एक माह बाद जांच को पहुची टीम

संवाददाता जमुई से देवेन्द्र कुमार कि रिपोर्ट 

झाझा ।। जुलाई माह को शहर के एक निजी क्लीनिक मे साघारण बुखार का इलाज करवाने आई एक गर्भवती महिला का चिकित्सक के द्वारा गलत इलाज कर दिया गया । जिसके बाद महिला का पांच माह का गर्भपात हो गया । इससे आहत होकर पीड़िता ने भारतीय मजदूर संघ के सदस्यों की मदद से सिविल सर्जन डाॅक्टर श्याम मोहन दास से की । 

वही मामले को लेकर बुधवार को जमुई सदर अस्पताल से ड़ाॅ  विजयेंद्र सत्यार्थी, अपर मुख्य चिकित्सापदाधिकारी ड़ाॅ  रामानंद प्रसाद, अपर उपाध्यक्ष सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सापदाधिकारी डाॅ  अंजनी कुमार सिन्हा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सदर प्रखंड की टीम झाझा रेफरल अस्पताल पहुंच कर मामले की छानबीन की । इस संबंध मे मुख्य चिकित्सापदाधिकारी ने प्रखड अन्तर्गत लहरनियाटांड से आयी पीड़ित महिला रूबी देवी बताया कि वह बुखार का इलाज करवाने के लिए अस्पताल से महज कुछ दुरी पर स्थित जनता सेवा सदन क्लिनिक मे ड़ाॅ  सौमन सिंह के पास गई इलाज के दौरान ही चार घंटा के बाद महिला को अत्यधिक खून चलना शुरू हो गया । घटना के बाद जब परिजन मरीज को घर ले जाने लगे तो ड़ाॅ के द्वारा दस हजार रुपए की मांग की गई दस हजार रुपये लेने के बाद मरीज को भेजा गया ।

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