
रेलवे निजी करण को लेकर रेलवे कर्मचारी यूनियन में देखा गया आक्रोश, कभी भी हो सकता है रेलवे चक्का जाम
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Oct 23, 2019
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लखीसराय ।। क्यूल रेलवे स्टेशन परिसर में सेट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन क्यूल शाखा के एक बैठक का आयोजन किया गया ।
कर्मचारी यूनियन क्यूल शाखा के लोगों का गुस्सा शर चढ कर बोला । इसका कारण रेलवे का हो रहा निजी करन था । रेलवे के यह कार्यक्रम आज के दौर में भारत सरकार के गलत नीति के लिए रेलवे के सभी जोन मंडल शाखा स्तर पर धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम आॅल इंडिया रेलवे फैडरेशन के महामंत्री कांमरेड शिव गोपाल मिश्रा एवं ईसीआर के यू के महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव के आह्वान पर की जा रहा है । यह कार्यक्रम भारत के सभी मंडल शाखा में किया जा रहा है । क्यूल शाखा के अध्यक्ष विजय कुमार शुक्ला ने अपनी आवाज को बुलंद करते हुए कहां कि भारत सरकार की नीति रेल को बेचने की नीति है, ओर इसका अंजाम आने बाले समय में कर्मचारी को भुगतना है ही साथ ही साथ आम नागरिक भी त्रस्त हो जाएगा । आज के समय में लोगों को रेलवे के तरफ से 122 तरह की फैसिलिटी मिलता है । कैशर के रोगी को मात्र 25 प्रतिशत फेयर देना होता है । हैडीकैप को भी 25 प्रतिशत पर सफर करने की सुविधा है । यह सारी सुविधा बंद हो जाएगी । जब रेल का निजीकरण होगा सीनियर सिटीजन महिला जिनकी 58 वर्ष की उम्र ओर पुरूष को 60 वर्ष की उम्र में रेलवे के जरिए सुविधा दी जाती है यह भी बंद हो जाएगी । आज पटना के लिए मात्र रू ० 70 देकर पटना का जो सफर करते हैं वह बंद हो कर 210 रूपया हो जाएगा । यह रेलवे के हित में तो है नहीं साथ में आम नागरिक के हित में भी नहीं है । उन्होंने आम जनता को भी साथ देने की बात कही और कहां कि अगर भारत सरकार अपना बदलाव नहीं लाया तो कभी भी चक्का जाम हो सकता है । भारत सरकार को सिर्फ कर्ज लेना है ओर कर्ज देने का काम करना है भारत सरकार अपना नीति नहीं बदलती है तो हम ईसीआर के यू नहीं रूकेगे इनहोने वर्तमान भारत सरकार को कोसते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहां कि अच्छे दिन आएंगे ओर यही अच्छे दिन है कि रेलवे के किराये में 3 टॉमस की बढोतरी हो जाएगी । रेलवे के निजीकरण के लिए वर्तमान सरकार दोषी है । वर्तमान में निजी करण वाले ट्रेनो में कर्मचारी जैसे तेजस एक्सप्रेस में के पास को समाप्त कर दिया जाएगा । निजीकरण के खेल ने 19 लाख कर्मचारी को छटनी करते हुए 11 लाख पर लाकर रख दिया है । आज दो से ढाई लाख जगहों को भरने के बजाय रिसोर्सेज किया जा रहा है । रिजर्वेशन को बंद कर आई आर सी टी सी को दिया जा रहा है । पार्सल बंद किया जा रहा है । सफाई कर्मचारी को निजी करण ने बदल दिया है । ज्यादा से ज्यादा कर्मचारी को निरस्त कर रेलवे को बेचने का यह सरकार का सारा खेल है । लोगों ने वर्तमान सरकार मोदी की सरकार को लाने का काम किया, लेकिन इनकी सोच से वाकिफ नहीं थे, इनहोने मेनिफेसटो दिखाया । उन्होंने पुरानी सरकार को भी कोसा ओर कहां कि कोई सरकार आम जनता के हित में संतोषजनक नहीं थीं विपक्ष की सरकार भी 20 पार्टियों की है इनमें भी अच्छे लोग नहीं तो इनसे क्या आकांक्षा की जा सकती हैं । वर्तमान सरकार से अच्छे होने कि आशा थी पर वह विफल हो गई है । इस कार्यक्रम में कार्यकारिणी अध्यक्ष दिनेश, उपाध्यक्ष श्याम कुमार, सुरेन्द्र कुमार, शाखा सचिव पी सुबंधु संयुक्त सचिव संजीत कुमार, सहायक सचिव धमेन्द्र कुमार, मनोज कुमार सिंह, संगठन सचिव रामचंद्र यादव, रामबाबू पासबान, कोषाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह, मोहम्मद हसन,मोहम्मद इशितयाद अहमद, सुन्दर प्रसाद, श्याम कुमार, कविद्र सिंह, अशोक कुमार, ललन यादव, अरूण कुमार सिंह, विपिन कुमार, अजय कुमार, रंजन राय आदि मौजूद थे ।
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