
बेंगलुरु में फसी दो जवान एक अनुपम सिंह दूसरा उमेश कुमार शर्मा कर रहे हैं शारीरिक मानसिक और पैसे से लोगों की मदद
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Apr 01, 2020
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बिहार से ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार के साथ शक्ति प्रसाद शर्मा की रिपोर्ट
बिहार जमुई देश में कोरोना वायरस जैसे महामारी से फंसे लोग जगह - जगह पर नहीं हो पा रही है व्यवस्था वहीं जमुई जिले के कई लोग विभिन्न राज्य में लोग फंसे हुए हैं बताते चलें कि जमुई जिला के जन वितरण प्रणाली प्रमोद सिंह के पुत्र अनुपम सिंह पता पारो मटिया जमुई का रहने वाले हैं जो कि बेंगलुरु में HANAENI प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मेंइज़िंग डायरेक्टर के रूप में पदस्थापित है। वहीं दूसरी ओर झाझा प्रखंड के सीतुचक गांव के गरीब परिवार से विलोग करने वाला समाजसेवी उमेश कुमार शर्मा जो अपने पॉकेट मनी से निरंतर 50 आदमी को मदद अबतक किया है और आगे भी वैसे पीड़िता के पास ना खाने का सामान हैं नाही किराया ना ही नगदी पैसा है जिसके वजह से वह अपना जिला प्रखंड नहीं जा पा रहे हैं दूसरा अनुपम सिंह के द्वारा लगातार हर एक जिले के पदाधिकारी से बात किया जा रहा है लेकिन कोई उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं श्री अनुपम सिंह जी ने अंतिम रास्ता अपनाया एक ही रास्ता है जो मीडिया बंधु हम लोगों को मदद कर सकते हैं मैं बीते रात्रि जमुई सांसद चिराग पासवान के कार्यालय से भी बात किया पर कोई आश्वासन नहीं मिला तो मैं निराश होकर बता देना चाहता हूं ऐसे जनप्रतिनिधि जो गरीबों की भलाई के बारे में ना सोचे उनकी परेशानी को समझे तो समाज के यह जनता के बीच रहना बेहद निराशाजनक साबित माना जाता है आए दिन लगातार कोरोना वायरस जैसी महामारी के लेकर गरीबों के ऊपर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया जा रहा है लेकिन यह पुलिस द्वारा नहीं पूछा जा रहा है कि आपके पास खाने का कोई भी सामग्री है या पैसा है आप किस हालात से गुजर रहे हैं लेकिन कोई पूछने वाला नहीं है सिर्फ और सिर्फ चाहे केंद्र सरकार की पुलिस हो या राज्य सरकार की हो या फिर बिहार सरकार की पुलिस हो सारे खुलेआम गरीबों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है केंद्र सरकार राज्य सरकार बिहार सरकार कान में तेल डालकर सोया हुआ है वैसे पुलिस प्रशासन जो गरीब लोगों पर अत्याचार लाठीचार्ज किया जा रहा है उस पर सरकार के तरफ से रुकबानी चाहिए और एक बड़ी कदम उठाने चाहिए था लेकिन सारा सुशासन के सरकार में निरस्त साबित देखा जा रहा है जो वैभवी नहीं है मैं आग्रह करता हूं अपने जिले के सांसद से विधायक से कार्यपालिका से कि उन पीड़ित परिवार को जो देश के विभिन्न राज्य में फंसे हुए हैं उनके लिए कोई अच्छी कदम ढूंढें अच्छी पहल ढूंढे जिससे इस महामारी से बच पाए भूखे पेट से बच पाए खाने पीने का सामान नहीं है पैसा नहीं है कंपनी उसको पैसा नहीं दी है यह सब से निजात दिलाने के लिए हमारे राज्य के हमारे जिले के हमारे प्रखंड के नेता प्रति नेता इनके संबंध में आवाज उठाएं और इनको सुरक्षित अपने घर पर अपने घर परिवार के बच्चे से मिलवाए मेरा आप सभी जनप्रतिनिधि से नर निवेदन है कि इस समय देश के हालात को देखते हुए जो पीड़ित परिवार है उसको सही रास्ता सही मार्ग देकर उनके बिछड़े हुए घर परिवार से मिलवा ए और सुरक्षित लाने का प्रयास करें।
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