
पुलिस की मौजूदगी में लाकडाउन की धज्जियां उडाने वालों पर कारबाई करें अधिकारी/सरकार- सुरेंद्र प्रसाद सिंह
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Apr 19, 2020
- 565 views
समस्तीपुर से पंकज आनंद ब्यूरो की रिपोर्ट
समस्तीपुर कोरोना संकट से बचाव को लेकर सरकार द्वारा लागू लॉकडाउन को पालन करवाने वाले पुलिस के समक्ष ही लॉकडाउन की धज्जियां रविवार को समस्तीपुर में उड़ा दी गई. लाकडाउन का पालन करबाने वाले पुलिस को सम्मानित करने का दीनबंधु सामाजिक संस्था द्वारा कार्यक्रम के दौरान शहर की यह घटना चर्चा का विषय बना हुआ है. शहर के मुख्य मार्गों पर दीनबंधु सामाजिक संस्था के बड़ी संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं द्वारा लॉकडॉन का बेहतर पालन करवाने वाले पुलिस के लिए सम्मान समारोह के दौरान सड़क पर ही उनके उपर फूल बरसाया जा रहा था. इस दौरान कई पुलिस/ अधिकारी के अलावा सत्ताधारी दल के नेता एवं जनप्रतिनिधि आदि भी उपस्थित थे. सबके सामने सैकड़ों लोग बिना मास्क के भीडझ लगाकर लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते देखे गए. यहां तक कि उमड़ी भीड़ पुलिस गाड़ी को भी साईड नहीं दे पा रही थी. इस घटना को लेकर शहर में तरह-तरह की प्रतिक्रिया का दौड़ शुरू हो गया. लोग मुख्यालय में इस प्रकार की घटना को लेकर आश्चर्यचकित हैं. पूछे जाने पर भाकपा माले जिला कमेटी सदस्य सह आइसा एवं इनौस के जिला प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा की जिस पुलिस को लॉकडाउन का पालन कराने की जिम्मेवारी है,वही पुलिस के समक्ष लाकडाउन की धज्जियाँ तोड़ते देखा जाना दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. यह अत्यंत गंभीर मामला है. वरीय अधिकारी एवं सरकार को इसकी उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने की. उन्होंने कहा कि आम लोग जब लाकडाउन के दौरान छोटी- मोटी गलती करते हैं तो पुलिस वाले उसे सजा देते दिखते हैं. कई जगह पर जरूरी काम से भी बाहर निकले लोगों पर लाठी-डंडे पुलिस के द्वारा चलाई गई. दर्जनों दुकानदारों के ऊपर जुर्माने लादी गई. लाकडाउन तोड़ने वाले कई लोगों पर प्राथमिकी तक दर्ज की गई बावजूद पुलिस समेत अन्य अधिकारियों की की उपस्थिति में इस प्रकार की घटना कानून का खुल्लमखुल्ला उलंघन है. निश्चित रूप से वरीय अधिकारी एवं सरकार को अविलंब इसकी उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कारबाई करनी चाहिए. माले नेता ने आम जनों से अपील की कि कोरोना से बचाव के लिए हर हाल में अपने घरों में रहें, प्रशासन एवं सरकार द्वारा तय दिशानिर्देशों को माने ताकि कोरना को यहां से भगाया जा सके.
रिपोर्टर