डाॅक्टरों की लापरवाही व कोरंटाइन सेंटर में भष्ट्राचार

पालिका के महिला डाॅक्टर सहित दो मनपा कर्मचारी कोरोना संक्रमण के शिकार

भिवंडी।। भिवंडी शहर तथा ग्रामीण परिसर में जहां कोरोना नामक वैश्विक महामारी कहर बन कर टूट पड़ा हैं.वही पर अब भिवंडी मनपा मुख्यालय भी इस महामारी से अछूता नहीं हैं.पालिका के आरोग्य केन्द्र की महिला डाॅक्टर व दो मनपा कर्मचारी भी संक्रमण के शिकार हुए हैं।
     
गौरतलब हो भिवंडी शहर में लगातार कोरोना वायरस संक्रमित मरीज मिलने से नागरिकों में दहशत निर्माण हुआ हैं.6 जून शनिवार तक शहरी भाग में कुल कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 241 पर पहुँचा है.वही पर शहर से 17 लोगों की मृत्यु हो चुकी हैं. 377 लोगों को टाटा स्थित आमंत्रणा में कोरंटाइन किया गया है.96 लोग उपचार के दरम्यान ठीक हो चुके है.128 लोगो का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा हैं. 22 कंटनमेट जोन घोषित किया गया है।

डाॅक्टरों पर लापरवाही का आरोप:
शहर में लगातार बढ़ रहे कोरोना पाॅजिटिव मरीजों को लेकर स्थानिकों सहित कई नेताओं ने डाॅक्टरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर फौजदारी का मामला तक दर्ज करने की मांग पालिका आयुक्त से कर चुके हैं.जिसमें डाॅक्टरों पर स्थानीय जन प्रतिनिधियों के कहने पर छुट्टी देने तथा मरीजों से आर्थिक व्यवहार कर बिना जांच रिपोर्ट आऐ, छुट्टी देने तक आरोप का समावेश हैं.वही पर उपचार के दरम्यान समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण कई मरीजों की मृत्यु भी हो चुकी हैं। जिसका आरोप भी डाॅक्टरों पर लग चुका हैं।
टाटा आमंत्रणा में डाॅक्टरों का भष्ट्राचार :
भिवंडी शहर तथा ग्रामीण परिसर के मरीजों हेतु मात्र एक राजनोली नाका स्थित, टाटा हाउसिंग सोसायटी के आमंत्रणा नामक इमारत में कोरंटाइन सेंटर बनाया गया हैं.इस इमारत में कोरंटाइन किये जा रहे लोगों से होम कोरंटाइन करने ,जल्दी छुट्टी देने व बेड उपलब्ध करने के नाम पर पैसा की मांग की जा रही हैं.इस प्रकार का आरोप मनपा नगरसेवक व पूर्व मनपा विरोधी पक्ष नेता श्यामजी अग्रवाल ने मनपा आयुक्त को पत्र लिखकर इस संकटकाल में भष्ट्राचार रोकने की मांग की हैं।

कोरंटाईन सेंटर की अव्यवस्था उजागर:
शासन ने भिवंडी मनपा के ताबे में राजनोली स्थित टाटा हाउसिंग सोसायटी के आमंत्रणा नामक इमारत के 10 फ्लोर दिया हैं। जिसमें 01,02,04,05,06,16,17,18,19,20 फ्लोर समावेश हैं। इसके साथ ही एक फ्लोर पर लगभग 55 रुम हैं । पहले फ्लोर पर स्टोर रुम व बेड की व्यवस्था हैं.06 वां फ्लोर पर 50 से 55 पाॅजिटिव मरीजों के उपचार हेतु हास्पिटल बनाया गया हैं. बाकी सब फ्लोर पर जमीन पर गादी बिछाकर लोगों को कोरंटाइन किया जा रहा हैं.इस प्रकार की जानकारी प्रत्यक्ष दर्शीयों ने जो कोरंटाइन थे, उन्होंने बताया हैं.वही पर कोरंटाइन सेंटर में अव्यवस्था का भी आरोप लगाया हैं।

लोगों के भोजन में भष्ट्राचार ?
आमंत्रणा इमारत में कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनो व बाहर से शहर में प्रवेश करने वाले लोगों को कोरंटाईन किया जा रहा हैं.जिसकी संख्या हजारों तक पहुँच चुकी हैं.वही पर कुछ लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद कुछ ही दिनों में उन्हें छुट्टी दे दी जाती हैं। जो कि शासन नियमानुसार गलत हैं। 14 दिनों तक लोगो को कोरंटाइन सेंटर में रखना अनिवार्य हैं.किन्तु भष्ट्र कार्य भार के कारण दो या तीन दिनों बाद या जन प्रतिनिधियों के कहने पर तुरंत छुट्टी देने की परम्परा चल पड़ी हैं। जिसके कारण शहर में पाॅजिटिव मरीजों के संख्या में वृद्धि हो रही हैं।
 
 वही पर टाटा कोरंटाईन सेंटर से लौटे व्यक्ति ने बताया कि रहने व खाने की समुचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं हैं.08 बजे सुबह चाय मिलती हैं, 09 सुबह नाश्ता। नाश्ते में कभी उपमा,कांदा पुवा, मेदी वडा, वटाटा वडा मिलता हैं.दोपहर के भोजन में दाल, चावल (100 ग्राम), रोटी (03), सब्जी मिलती हैं। लगभग 04 बजे फिर चाय मिलती हैं उसके बाद रात का भोजन भी दोपहर के तरह सेम हैं. सुबह ही पांच बोतल पानी मिल जाता हैं किन्तु पानी की बोतल एक लीटर की नहीं होती है वह भी पौना लीटर का होता हैं, शाम तक पीने का पानी कम पड़ जाता हैं। वही भोजन कम मिलने के कारण आधा पेट भोजन कर गुजारा पड़ता हैं।

कोरंटाइन किऐ गये लोगों के भोजन बिल 11 लाख रुपए ? 
सुत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कोरंटाईन किये गये लोगों का भोजन की बिल लगभग 11 लाख रुपए मनपा मुख्यालय में पेश किया जा चुका हैं.एक व्यक्ति प्रतिदिन 530 रुपये का भोजन करता हैं.पालिका प्रशासन कोरंटाइन किऐ गये लोगों के भोजन के बिल में घोटाला करने के फिराक में हैं इस प्रकार का आरोप कई जागरुक नागरिकों ने लगाया हैं।

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