तहसीलदार कार्यालय परिसर में स्वच्छतागृह की दुर्दशा

भिवंडी ।।  तहसीलदार शशिकांत गायकवाड़ के दुर्लक्ष के कारण कार्यालय परिसर स्थित शौचालय की दुर्दशा हुई हैं सरकारी कामकाज के लिए दूर दराज से सैकड़ों लोग प्रतिदिन इसी परिसर में आते हैं,नैसर्गिक कामो के लिए लोगों को नाक बंदकर इस शौचालय का इस्तेमाल करना पड़ता हैं.जिसके कारण शासन के खिलाफ नागरिकों में आक्रोश व्याप्त हैं।
     शौचालय की दुर्दशा के शिकार भिवंडी मनसे अध्यक्ष मनोज गुलवी ने शासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इसी परिसर में सर्कल, तलाठी , रजिस्टर ऑफिस ,तालुका पुलिस ठाणे, ग्रामीण रेशानिंग कार्यालय, पास ही डीसीपी कार्यालय ,सेतू कार्यालय ,पंचायत समिती कार्यालय  आदि महत्वपूर्ण कार्यालय हैं.जिसमें दररोज किसान, विद्यार्थी, महिला व नागरिक भारी संख्या में आते हैं,वही पर इस शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं हैं। शौचालय में जाने के लिए 20 रुपये का पानी की बोतल खरीदनी पड़ती हैं। वही पर सफाई नहीं होने के कारण पूरे परिसर में गंध फैली रहती हैं. महत्वपूर्ण बात यह कि लाखों रुपये खर्च कर भिवंडी के सार्वजनिक बांधकाम विभाग द्वारा इस शौचालय का निर्माण हुआ था.‌केन्द्र व राज्य शासन ने स्वच्छता अभियान के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही हैं. फिर भी तहसीलदार कार्यालय परिसर में इस शौचालय की दुर्दशा कैसे ? इस प्रकार का गंभीर प्रश्न मनसे शहर अध्यक्ष मनोज गुलवी ने उठाया हैं.वही पर शासन से मांग किया हैं कि एक सप्ताह के अंदर इस शौचालय की दुर्दशा ठीक नहीं हुई, तो मनसे स्टाइल में आंदोलन किया जायेगा

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