भिवंडी ग्रामीण के स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.नितीन वरल पर हो कार्रवाई , नहीं होगा आंदोलन - शिवसेना

◼ ग्रामीण परिसर में कोरोना का बढ़ रहा है दुष्प्रभाव

◼ जिला शासन द्वारा नियुक्त स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.नितिन वरल गैर हाजिर

◼ पंचायत समिति सभापति ने भी किया कारवाई की मांग


भिवंडी।। भिवंडी तालुका के ग्रामीण परिसर में लगातार कोरोना का कहर जारी है.कल 22 जुलाई बुधवार को भी 50 लोग इस वैश्विक महामारी से संक्रमित होने पर कुल संक्रमित मरीज़ों की संख्या 2574 पर पहुँच चुका है वही पर इस बीमारी से अभी तक कुल 68 लोगों की जाने गयी है। 988 लोगो का उपचार चल रहा है इसके साथ 1518 लोग उपचार के दरम्यान ठीक भी हो चुके है। खारबांव, ,दिवा अंजूर सहित कोन व अनगांव परिसर में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज़ मिल रहे है। जिला शासन ने महामारी रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। किन्तु कर्मचारियों के लापरवाह कार्यशैली से कोरोना पर लगाम नहीं लग पा रहा है इस प्रकार चर्चा ग्रामीण भागों चल रही है।
     
वही पर भिवंडी ग्रामीण परिसर के शिवसेना कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए मांग किया है कि इस संकटकाल में पंचायत समिति के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.नितिन वरल पिछले चार महीनों से ड्यूटी से गैर हाजिर है.इनकी शिकायत राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजेश टोपे च जिला अधिकारी राजेश नार्वेकर से किया गया है। किन्तु उच्च अधिकारियों के सरंक्षण प्राप्त होने से कारवाई नहीं की‌‌ जाती है। अगर चार दिनों के भीतर डाॅ.वरल पर कार्रवाई नहीं किया गया तो कार्यालय परिसर में शिवसेना के पदाधिकारी उग्र आंदोलन करेंगे। इस प्रकार की‌ चेतावनी शिवसेना भिवंडी जि.प.गट सचिव ,संदीप मनोहर पाटिल ने दिया है।
  वही पर संदीप पाटिल ने कहा कि इस संकटकाल में अधिकारी व कर्मचारी बिना रुके 24 घंटे काम कर रहे है। किन्तु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.वरल पिछले कई दिनों से काम से नदारद हैं। शिकायत के बाद भी कार्रवाई के बजाय जिला परिषद प्रशासन के नेताओं द्वारा सरंक्षण होने के कारण कार्रवाई नहीं की जा रही है। शिवसेना पदाधिकारी तालुका सचिव दीपक पाटिल के नेतृत्व में उप-तालुका प्रमुख चक्रधारी पाटिल, जय भगत, शाखा प्रमुख अनंत भामरे, संदीप पाटिल और शेखर मामा फरमन ने तालुका में ‌चल रहे स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दरम्यान कई स्वास्थ्य केन्द्रों के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि डाॅ.नितीन वरल कौन है ? इन्हें आजतक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नहीं देखा गया है.आगे दिपक पाटिल ने कहा कि अभी तक 68 लोगो की जान इस वैश्विक महामारी के कारण चली गयी है वही पर लगभग 2574 लोग इस महामारी के कारण संक्रमित हुए है। किन्तु डाॅ.वरल अपने पद व काम से नदारद रहते है इन्हें शासन ने कोव्हिड -19 सेंटर की जिम्मेदारी के साथ सभी आठ आरोग्य केन्द्रों की जबाबदारी सौंपी है। इनके नदारद रहने से और कितने लोगों की जान जायेगी। इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है इस संकटकाल में ऐसे अधिकारियों पर तत्काल कारवाई होने की जरुरत हैं।
     
इस संबंध में पत्रकारों द्वारा भिवंडी पंचायत समिति सभापति विकास भोईर से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से मैं भी शिकायत दर्ज करवाया हूँ और कार्रवाई करने के लिए मांग किया है। वही पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी मनीष रेंघे से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि डाॅ.वरल की कार्यशैली का जांच उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी कर रहे है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कारवाई भी किया जायेगा। किन्तु अभी उनका वेतन स्थगित कर दिया गया है।

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