हरिहर नाथ मंदिर के सामने स्थित ज्ञान सरोवर ऐतिहासिक तालाब की सीढ़ियां छतिग्रस्त

ज्ञानपुर, भदोही ।। जनपद भदोही के ज्ञानपुर में आस्था का केंद्र बाबा हरिहर नाथ मंदिर और ज्ञान सरोवर का निर्माण सदियों से पुरातत्त्व काल में राजा हरिहर सिंह द्वारा निर्मित द्वारा बताया जाता है, लेकिन इसका कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है। नगर पंचायत ज्ञानपुर के वार्ड नंबर 4 के सुप्रसिद्ध ज्ञान सरोवर तालाब के किनारे पुराने ऐतिहासिक महादेव मंदिर के पास सभी पर्वों पर पूजा अर्चना को आस्थावानों की भारी भीड़ उमड़ती है। विशेष रूप से दीपावली पर्व पर इस सरोवर के चारों तरफ सुर्खी व चुने से निर्मित बेहतरीन सीढ़ियां हजारों दीपों की रोशनी से जगमग हो जाती हैं । लेकिन इस वर्ष हुई बरसात के चलते ज्ञान सरोवर के उत्तरी दिशा की ओर की लगभग 15-15 फीट दूर तक सीढ़ियों के विद्धवंशावशेष स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। इस संबंध में बताया जाता है कि अंग्रेजों के समय में यहां आज के ज्ञानपुर क्षेत्र में अदालत खुली जिसे कोर्ट कहा गया। पर जनता इसे कोढ़ ही बुलाती रही । यही कोढ़ नगर  बाद में काशी नरेश के सौजन्य से विद्यालय खुलने के बाद ज्ञानपुर नगर कहलाया ।इस तालाब पर आसपास के दूरदराज इलाकों से सभी प्रमुख पर्व पर लोग पूजन अर्चन को आते हैं । विशेषकर छठ पूजा व जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है । ज्ञान सरोवर के जल  में उगते एवं डूबते सूर्य को अर्घ भी समर्पित कर ऐतिहासिक बाबा हरिहर नाथ मंदिर में श्रद्धालु दर्शन करते हैं।इस संबंध में पूछे जाने पर वार्ड संख्या 4 के भाजपा सभासद रंजीत कुमार गुप्त ने बताया कि एक तरफ इस तालाब के किनारे जहां गंदगी का अंबार लगा रहता है । वही बरसात से ही यह  सीढ़ियां छतिग्रस्त हो गई हैं। इस संबंध में जब उन्होंने नगर पंचायत प्रशासन से बातचीत की तो सीढ़ियों  की मरम्मत कराने के लिए  मार्च उन्होंने आश्वासन दिया गया है कालीन नगरी का यह रूप से ज्ञान सरोवर तालाब इंटर उपेक्षा का शिकार है नगर पंचायत प्रशासन  ज्ञान सरोवर तालाब के साफ-सफाई का जिम्मा नहीं उठा पा रहा है।

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