ईगल फंसा जाल में मनपा ने चलाया डंडा

ईगल कंपनी को लगा ४२० वोल्ट का करेंट मनपा ने कटे तीन करोड़ १७ लाख 


भिवंडी शहर  के अंजुर फाटा से वागे फिरदोस मस्जिद तक सड़क निर्माण घोटाला में मनपा आयुक्त ने उक्त कंपनी के पुराने बिलों में तीन करोड १७ लाख रुपये काटकर मनपा के तिजोरी में भरने की खबर है वही उक्त कंपनी को काली सुची में डाल दिया है इस खबर से अन्य ठेकेदारों मे हडकंप मचा हुआ है ।


ज्ञात हो कि मेसर्स ईगल इंफ्रा इंडिया लिमिटेड के निर्देशक उद्धवदास रुपचंद्रानी ने अंजुर फाटा से बागे फिरदोस मस्जिद तक २६ फरवरी २०१६ से १६ जुन २०१६ के बीच सड़क बनाने का ठेका २६ फरवरी २०१६ को करारनामा करके जावक क्रं-५१०८/१६ द्वारा चार किमी, चार सौ मीटर सड़क बनाने का कार्यादेश मनपा द्रारा ईगल कंपनी को दिया गया था। जिसमें उक्त सड़क को तीन महीने के भीतर  बनाना था बाद में इस सड़क निर्वाण का समय व रकम दोनों बढा दिया गया। उक्त सड़क का निर्माण खर्च आठ करोड़ रुपये कर दिया गया था । इस कार्य का अंतिम भुगतान भी मनपा द्वारा कर दिया गया था । परन्तु शहर के अनेक जागरूक संगठनो व कई नगरसेवक ने युक्त सड़क निर्माण में घाटिया सामग्री इस्तेमाल की शिकायत  मनपा आयुक्त से की थी ।

भिवंडी पुर्व विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना विधायक रुपेश म्हात्रे ने सड़क निर्माण भष्टाचार मामला नागपुर विधान सभा सत्र में तारांकित प्रश्नावली द्वारा उठाया गया था जिसे गंभीरता से लेते हुए राज्य के मुख्यमंत्री ने ठेकेदार व  कंपनी के खिलाख फौजदारी का मामला दर्ज करने का दिशानिर्देश जारी किया था वही कंपनी व ठेकेदार को काली सुची में समाविष्ट करने निर्देश दिया था । जिसके फलस्वरूप मनपा आयुक्त नें‌ सड़क की गुणवत्ता की जांच थर्ड पार्टी आँडिट का काम मुंबई  को इंडियन रजिस्टर आफ शिपिंग को सौप दिया था लेकिन दोनों कंपनियों ने आपस में सांठ-गांठ करके सरकार द्वारा सड़क निर्माण के लिए निर्धारित मापदंडो के मुताबिक कार्य न करते हुए निहायत निकृष्ट और  घाटिया दर्जे का काम करते हुए मनपा का लगभग तीन करोड़ १७ लाख ९५ हजार ११८ रुपये का चुना लगा दिया ।इस घाटिया कृत्य करने पर मनपा प्रशासन ने ठेकेदार मेसर्स ईगल इंफ्रा इंडिया लिमिटेड के निदेशक उध्दव दास रुपचंदानी सहित ठेकेदार कंपनी को थर्ड पार्टी आँडिट करने वाली मुंबई की इंडियन रजिस्टर आफ शिपिंग के मालक ,भागीदार और निदेशक के खिलाफ भिवंडी के निजामपुर पुलिस स्टेशन में एफ आई आर संख्या १४६/२०१८ द्वारा आई पी सी की धारा ४२०,१९७,३४ के तहत अपराधिक मामला दर्ज कराया गया था ।

सड़क निर्माण घोटाला व  भष्टाचार के देखते हुए तत्कालीन आयुक्त योगेश म्हासे ने सड़क निमार्ण के गुणवत्ता की जांच के लिए मुंबई  के आई आई टी को सौप दिया था । आई आई टी के अभियंताऔ द्वारा ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच के बाद मनपा को दिए गए रिपोर्ट में कहा कि ईगल कंपनी ने सड़क निर्माण में घाटिया दर्जे कि सामग्री का उपयोग करके मनपा को लगभग साढे तीन करोड़ रुपये का चुना लगाया है। इस तरह की आई आई टी की रिपोर्ट आने के बाद सड़क निर्माण के दौरान उसकी देखरेख करने वाली निर्माण विभाग के अभियंताऔ को लापरवाही उजागर होने पर वर्तमान मनपा आयुक्त मनोहर ने शहर अभियंताऔ सहित सार्वजनिक निर्माण विभाग के वसीम अंसारी, सरफराज शेख,विनोद भोईर व जमसू वडवी  व संदीप सोमानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। भिवंडी पुर्व विधानसभा क्षेत्र  के शिवसेना विधायक रुपेश म्हात्रे की मांग व मुख्यमंत्री के आदेश पर उक्त  कंपनी के पुराने बिलों में‌ तीन करोड़ १७ लाख रुपये बतौर काट लिया है जबकि ठेकेदार व कंपनी को काली सुची में डाल दिया गया है

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