स्वयंसेवक के बिचौलियागिरी में लाभुक को नहीं मिल पाया शौचालय की राशि

रिपोर्ट:-जीतनारायण शर्मा 

गोड्डा झारखंड ।। यूं तो पूरा जिला पिछले साल अक्टूबर में ही ओडीएफ हो चुका है यानी जिले को खुले में शौच से मुक्त हुए तकरीबन डेढ़ साल बीत चुके है। ऐसे में जो भी छूटे हुए लाभुक थे उन्हें भी शौचालय देकर इस कार्य को पूरा किया गया है। किंतु जरा सोचिए यदि किसी लाभुक को शौचालय बना लिए जाने के बावजूद भी राशि मुहैया नहीं हो पाती है तो किस कदर वहां बिजोलिया हावी होगी,आप अंदाजा लगा सकते हैं! हम बात कर रहे हैं पोड़ैयाहाट प्रखंड के सिदबांक पंचायत के परघोडीह गांव की। जहां लाभुक लखी राम भगत को अब तक शौचालय के लिए जो राशि सरकार की तरफ से दी जाती है नहीं मिल पाई है। पूछे जाने पर लखी राम भगत बताते हैं कि स्वयंसेवक हरिशंकर मंडल ने ही उसके साथ बिचौलियागिरी किया है। बताया कि वह शौचालय निर्माण की आड़ में ठेकेदारी करना चाह रहे थे जब उन्होंने खुद ही शौचालय बनाने की बात की तो स्वयं सेवक द्वारा धांधली करते हुए उसे राशि नहीं दिया गया है। ऐसा एक दो नहीं बल्कि ये वाक्य पूरे पंचायत में देखने को मिल रहा है, जहां बिचौलिया गिरी पूरी तरह हावी नजर आ रही है। अगर पॉकेट में पैसा है तो समझिए आपको शौचालय मिल गया यदि आप गरीब हैं और सरकार के शौचालय का लाभ लेना चाहते हैं तो समझ जाइए कि शौचालय आपको नहीं मिल पायेगा, क्योंकि आपके पास चढ़ावा के नाम पर कुछ भी नहीं। इस संबंध में स्वयंसेवक हरिशंकर मंडल से पूछे जाने पर बताया कि लाभुक को दो-चार दिनों के अंदर भुगतान कर दिया जाएगा। मालूम हो कि शौचालय निर्माण में स्वयंसेवक का कोई कार्य नहीं है बावजूद मनमानी करते हुए लाभुकों को परेशान किया जा रहा है। अगर ऐसी व्यवस्था रही तो आने वाले दिनों में पंचायत के लोगों में मुखिया एवं ऐसे स्वयंसेवक के विरुद्ध जोरदार विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट