
पुलिस प्रशासन की लापरवाही और गो रक्षा की भावना ने एक अनुसूचित जाति के मजदूर को दबंगो से पिटवाया
- एबी न्यूज, डेस्क संवाददाता
- Aug 22, 2018
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पुलिस प्रशासन की लापरवाही और गो रक्षा की भावना ने एक अनुसूचित जाति के मजदूर को दबंगो से पिटवाया
कादीपुर, सुल्तानपुर ।थाना क्षेत्र कादीपुर; जनपद सुल्तानपुर के सैदपुर कला गांव में गो रक्षा की भावना के चलते अनुसूचित जाति के एक मजदूर रामू हरिजन ने एक पीड़ित महिला बिन्दू दुबे का उसके पड़ोसी उमाशंकर दूबे और उसके परिवार तथा कुछ बाहरी लोगो के द्वारा 15 जुलाई 2018 को जबरन तोड़े गए गाय के आशियाने को प्रशासन के आदेश पर जैसे ही बनाने का काम शुरू किया; उस पर उमाशंकर दूबे द्वारा हमला करके पीटा गया और गाली देते हुए उसका फावड़ा कुदाल आदि उपकरण भी छिन लिया गया। ग्राम प्रधान बिनोद मिश्रा और उनके सगे भाई ग्राम के कोटेदार त्रियुगी नारायण मिश्र के दबाव में थाने पर उसकी तहरीर भी नही लिखी गई। बाद में उसने जनसुनवाई पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज की किन्तु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई ।
दबंग द्वारा मजदूर की पिटाई का वीडियो
अभी कुछ दिन पहले ग्राम प्रधान और कोटेदार ने उमाशंकर दूबे को जबरन रास्ता देने के लिये बिन्दू दूबे के छप्पर की दीवार की ईंट को उखाड़कर फेंक दिया था और भद्दी गालियाँ भी दी थी। बाद में 100 नम्बर पुलिस आने पर ये लोग हट गए किन्तु यह धमकी दी थी कि मैं तुम्हारा सब गिरवाकर रास्ता बनाऊँगा। आज उन्हीं लोगों की सह पर यह सब किया जा रहा है जिसमें कादीपुर थाने के मौन ने दबंगो का मन बढ़ा दिया है।
यहाँ गौर करने वाली बात यह है कि बिन्दू दूबे द्वारा अपने घर के पूरब तरफ पहले ही रास्ता दिया जा चुका है ।पश्चिम तरफ उमाशंकर के भाई रामसुभाग द्वारा जबरन बाँस काटकर रास्ता बना लिया गया जिसका उपयोग उमाशंकर दूबे भी करते हैं। बाद में सुनियोजित प्लान के अनुसार रामसुभाग द्वारा रास्ते में गेट लगा दिया गया और प्रधान के सहयोग से तीसरा रास्ता लेने के लिये गाय के आशियाने को जबरन तोड़ दिया गया । अभी तक गाय बछड़ा धूप और बारिश में पड़े हुए हैं और प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कर अपने कर्तव्य की इति श्री कर लिया था और मौके पर आए उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, कोतवाल और एस आई राजकुमार यादव ने बिंदू दुबे को बनाने को बोल दिया था और कहा था कि अगर ये लोग आपका काम रोकते हैं तो हमको फोन करना और हम फोर्स भेजकर उसको थाने में बंद कर देंगे । उन सभी के आश्वाशन पर कार्य शुरू किया गया जिसमें पुनः उमाशंकर द्वारा मिस्त्री को पीटा गया। क्या प्रशासन का यह रवैया उचित है? प्रशासन के सहयोग के चलते दबंगों का मन बढ़ा हुआ है । पीड़ित महिला बिंदू दूबे का कहना है कि अगर उसके साथ न्याय नहीं हुआ तो वो पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने आमरण उपोषण पर बैठ जाएगी। यद्यपि यह मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में भी है और उन्होंने थाने को मदद करने को कहा भी था परंतु यहाँ हास्यास्पद बात यह है कि जब थाने पर पुलिस अधीक्षक की सुनवाई नहीं है तो आम जनता की क्या सुनवाई होगी ?
एस सी एस टी एक्ट में कार्यवाही करने से कतरा रही कादीपुर पुलिस
एक तरफ जहां कादीपुर पुलिस को तहरीर के आधार पर एस सी एस टी एक्ट के तहत मामला दर्ज करना चाहिए वहीं कुछ दबंगो के प्रभाव में पुलिस भी कार्यवाही से कन्नी काट कर कानून का पालन नही कर रही है। सरेआम गाली गलौज व मारपीट के मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में है।
रिपोर्टर