कांग्रेस पार्टी भिवंडी शहर के अध्यक्ष पद पर एडवोकेट रसीद ताहिर मोमिन की नियुक्ति

भिवंडी।। भिवंडी शहर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद पर 09 सालों से कार्यरत शोहेब खान गुडडू को प्रदेश अध्यक्ष बाला साहेब थोरात के आदेशानुसार 24 अक्टूबर को कार्यमुक्त कर दिया गया है.महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एडवोकेट गणेश पाटिल ने पत्र देकर शोहेब खान गुडडू को अवगत करवाया है.वही पर इस पद पर अगले आदेश तक एडवोकेट रसीद ताहिर मोमिन को भिवंडी शहर अध्यक्ष बनाया गया है.जिसके कारण शोहेब खान गुडडू के समर्थकों में भारी नाराज़ी देखी जा रही है.यही नहीं उनके समर्थन में कई नगरसेवक व पदाधिकारी पार्टी व पद से त्याग पत्र देने की चेतावनी भी महाराष्ट्र प्रदेश के आलाकमान को दे चुके है।

शोहेब खान गुडडू का कार्यकाल :
शोहेब खान गुडडू कई वर्षों से भिवंडी शहर कांग्रेस पार्टी में उपाध्यक्ष पद पर रह कर पार्टी के विस्तार करने तथा नये कार्यकर्ताओं को जोड़ने के कारण इन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने वर्ष 2011 में भिवंडी शहर जिला अध्यक्ष पद भार संभालने के लिए आदेश दिया था.वही पर तत्कालीन अध्यक्ष पद संभाल रहे पूर्व विधायक मोहम्मद अली खान को अध्यक्ष पद से कार्यमुक्त कर दिया गया.वर्ष 2011 के दरम्यान भिवंडी मनपा में कांग्रेस पार्टी के 14 नगरसेवक थे.साफ सुथरी छवि के नाम से पहचाने जाने वाले शोहेब खान गुडडू ने पार्टी में कड़ी मेहनत कर नये कार्यकर्ता को जोड़ने का काम किया जिसके कारण वर्ष 2012 में हुए मनपा चुनाव में उन्होंने 14 सीट को बदलकर 27 सीटों पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को विजय दिलवाई.इसके साथ ही वर्ष 2017 के मनपा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर 47 सीटों पर विजय प्राप्त कर कांग्रेस पार्टी पुर्ण बहुमत में भिवंडी शहर महानगर पालिका में अपना परचम लहराते हुए जावेद दलवी को महापौर बनाया.इसी दरम्यान शोहेब खान गुडडू ने वर्ष 2014 में पहली बार भिवंडी पश्चिम विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के चुनाव निशान पर चुनाव लड़े.जिसमें 39,157 मत प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे.वही पर भाजपा उम्मीदवार महेश चौगुले 42,483 मत पाकर विजयी हुए थे। वर्ष 2019 के चुनाव में शोहेब खान गुडडू मात्र 28,359 मत प्राप्त कर तीसरे नंबर पर रहे. इस वर्ष हुए चुनाव में महेश चौगुले (BJP) को 58,857 ( 42.38%), खालिद गुडडू ( अपक्ष व AIMIM समर्पित) को 43,945 (31.65%) तथा शोहेब खान गुडडू (INC) को 28,359 ( 20.42 %) मत प्राप्त हुआ था.भिवंडी (पश्चिम) विधानसभा सीट से 02 बार शोहेब खान गुडडू ने उम्मीदवारी की.किन्तु दोनों बार चुनाव हार गये।

एडवोकेट रसीद ताहिर का राजनीति सफर :
एडवोकेट रसीद ताहिर मोमिन भिवंडी मनपा में 1985 से 1990 और 1995 से 2000 तक नगरसेवक रहे.इसके साथ ही 1988 से 1991 तक भिवंडी मनपा के नगराध्यक्ष भी रह चुके हैं.पहली बार वर्ष 1999 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर भिवंडी विधानसभा से विधायक चुने गये थे.वर्ष 2004 तक कांग्रेस पार्टी के विधायक रहे। किन्तु वर्ष 2004 में कांग्रेस पार्टी ने इन्हें दोबारा टिकट नहीं दिया जिसके कारण आजाद होकर चुनाव लड़े.परन्तु चुनाव हार गये.पार्टी से बगावत करने के कारण इन्हें 06 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.किन्तु साफ सुथरी छवि के कारण पुनः इन्हे वर्ष 2009 में भिवंडी शहर कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया.इसी दरम्यान वर्ष 2009 में भिवंडी विधानसभा का चुनाव आया.जिसमें रसीद ताहिर ने भिवंडी (पश्चिम) विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग की,किन्तु पार्टी ने इन्हें टिकट ने देकर जावेद गुलाम दलवी को टिकट दिया जिसके कारण इन्होंने समाजवादी पाटी से चुनाव लड़ा तथा अपने प्रतिद्वंदी जावेद दलवी को हराकर 30,825 मत पाकर विजय हासिल किया. वही जावेद दलवी को 24,998 मत पाकर हार गये थे‌। एडवोकेट रसीद ताहिर मोमिन 2014 तक समाजवादी पार्टी से भिवंडी (पश्चिम) विधानसभा सीट से विधायक रहे। वर्ष 2014 में कांग्रेस पार्टी व समाजवादी पार्टी ने रसीद ताहिर मोमिन को टिकट नहीं दिया.जिसके कारण वर्ष 2014 में उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) से भिवंडी पश्चिम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा जिसमें इनको मात्र केवल 16,131 मत पाकर तीसरे नबर पर रहे। वर्ष 2019 में रसीद ताहिर ने चुनाव नहीं लड़ा. किन्तु पार्टी से बगावत कर AIMIM के उम्मीदवार खालिद गुडडू के समर्थन करने के काई आरोप इन पर लगा था।

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