चुनाव के नाम पर हेड मास्टरों ने बड़ी राशि गटक ली।

संवाद सुत्र चांद ।।  में चुनाव के नाम पर प्राथमिक विद्यालय एवं मध्य विद्यालय के हेड मास्टरों के द्वारा बड़ी राशि गटक लेने की मामला प्रकाश में आने से हडकंप मचा हुआ है। ग्रामीणों ने आवेदन देकर  जांच करने की मांग की है। चुनाव की प्रक्रिया सुचारू संचालित करने के लिए शिक्षा विभाग के द्वारा सभी विद्यालयों में बड़ी राशि दी जाती है।ताकि विद्यालय में स्थापित बूथों का मरम्मत किया जा सके। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बूथों की सुविधाओं के वजाय अपने घरों में सुविधा स्थापित करने में सारी राशि गटक ली।मतदाताओं को चुनाव में भाग लेने के लिए लगभग सभी बूथों का संचालन विद्यालय के भवन में किया जाता है। मतदाता बिना परेशानी का बूथों पर जाकर मतदान करे इसके लिए चुनाव आयोग या सरकार के द्वारा विद्यालयों पर लाखों रूप ये खर्च किया जाता है। इस संबंध में जानकारी लेने पर मालूम चला  प्रत्येक विद्यालय में छात्रों के संख्या के आधार पर शिक्षा विभाग कैमूर के द्वारा 25 से 75 हजार रुपये दिये गये थे। सरकार का निर्देश था कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक चुनाव काल में दिये गये राशि से रंग रोगन रैम्प का निर्माण साफ सफाई आदि  कार्य करेंगे ताकि मतदाताओं को केंद्र पर मतदान करने में किसी परेशानी का सामना नही करना पडे।जानकारी के अनुसार प्रधानाध्यापक ने प्राप्त सभी राशि गटक गये। ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को ज्ञापन देकर कारवाई करने की मांग की है। प्रखण्ड में उतक्रमित मध्य विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय की कुल संख्या 92 है। प्रखण्ड संकुल केंद्र में शिक्षा कर्मी ने बताया की लगभग चांद में विद्यालय में रंग रोगन रैम्प एवं साफ सफाई के लिए 60 लाख से अधिक राशि मिली थी। चुनाव में मिली राशि को हेड मास्टरों के द्वारा गटक लेने से ग्रामीणों में भारी असंतोष है। इस संबंध में प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी से पुछा गया तो उन्होंने ने बताया कि जिला शिक्षा विभाग से सीधे विद्यालय शिक्षा समिति के खाते में राशि भेज दी जाती है। चुनाव में खर्च करने वाली राशि प्रधानाध्यापक के द्वारा  निकाल ली गई। कुछ विद्यालय की बात छोड़ दे तो विद्यालय का रंग रोगन तक नहीं किया गया। विद्यालय में रैम्प एवं साफ सफाई तो दूर की बात है ऐसे प्रमाण विद्यालय में जाने के बाद मिल जायेगें। इस संबंध में प्रखण्ड लेखापाल से मोबाइल से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो मोबाइल बंद बता रहा था।

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