आलू की बढ़ती कीमत का बुवाई पर पढ़ रहा असर।

दुर्गावती से धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट।

 दुर्गावती ( कैमूर ) ।। आलू की बुवाई का समय आ गया है। लेकिन बाजार में आलू के बीज की बढ़ती कीमत किसानों के जेब पर भारी पड़ रही है। वैसे भी कोरोना का काल में किसानों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। इसके बावजूद ऊंचे  दाम पर आलू की बीज खरीद कर बोना किसानों के लिए काफी मुश्किल हो रहा है। आलू की बुवाई का मुख्य समय 15 अक्टूबर से 15 नवंबर माना जाता है। इस समय आलू की अधिकतम बुवाई की जाती है। इस विषय में दुर्गावती के किसानों का कहना है कि आलू का बीज 3000 से 35 00रुपये प्रति कुंटल मिल रहा है। जिसकी वजह से किसानों की बुवाई काफी प्रभावित हो रही है। जो किसान एक एकड़ खेत मे आलू की बुराई करते थे महंगाई की वजह से आधे एकड़ में ही आलू की बुवाई कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि इतना महंगा कीमत पर आलू का बीज लेकर बोने के बाद जब किसानों के पास आलू की पैदावार होगी तो ओने पौने दाम में भी लेने वाला कोई नहीं मिलेगा। आलू के बीज की बढ़ती कीमत से आने वाले समय में आलू की पैदावार कम होने की उम्मीद जताई जा रही है। हरी सब्जियों की बढ़ती कीमत की मार झेल रहे आम आदमी लॉकडाउन के चलते सभी सामानों की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते आम लोगों को अपना एक-एक दिन का गुजर बसर करना बहुत महंगा पड़ता जा रहा है।

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