
ठाणे RTO कार्यालय में हडकंप। 08 लिपिक कर्मचारी कोरोना संकटकाल के दौरान गैर हाजिर के मामले में जांच शुरू।
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Dec 23, 2020
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भिवंडी।। सरकार के आदेशानुसार वैश्विक महामारी कोरोना (कोव्हिड -19) के संकटकाल में सभी शासकीय, निमशासकीय यंत्रणा नागरिकों की सेवा के लिये कटिबंध है.इस प्रकार का चित्र संपूर्ण महाराष्ट्र में दिखाई दिया और सभी शासकीय, निमशासकीय ,कर्मचारी कोरोना संसर्ग को रोकने के लिए सतर्क है.परंतु ठाणे प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में कार्यरत 8 लिपिक अपनी जवाबदारी तथा कर्तव्य का पालन न करते हुए गैर हाजिर रहे.उक्त गैरहाजिर रहने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए राष्ट्रीय मानव हक्क मंच के अध्यक्ष शरद धुमाल ने परिवहन विभाग के प्रधान सचिव आशिष कुमार सिंह के समक्ष ज्ञापन प्रस्तुत कर शिकायत दर्ज करवाया था.शरद धुमाल की शिकायत को परिवहन विभाग के प्रधान सचिव ने गंभीरतापूर्वक संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई करने का आदेश परिवहन आयुक्त अविनाश ढाकणे को दिया था.जिसके अनुसार उक्त भी 8 लिपिक की जांच परिवहन आयुक्त ने शुरू की है.उल्लेखनीय है कि ठाणे आरटीओ स्थित सभी कर्मचारी कोरोना काल में नागरिकों को वाहन विषयक सेवा सुविधा दे रहे थे.परंतु विकास परबत, गीता लोके, बालाजी हटकर, स्वप्निल शेलके, रविराज कानगुडे, मानसी मांजरेकर, सचिन तायडे, बलीराम कांबले कुल 8 लिपिक संवर्गीय कर्मचारी किसी प्रकार की कोई सूचना दिए बगैर अथवा नियमानुसार अवकाश मंजूर न होने के बावजूद अनाधिकृत रूप से गैरहाजिर रहकर शासकीय काम में बाधा निर्माण काया था.जिस कारण उक्त 8 लिपिक संवर्गीय कर्मचारियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होने के लिए राष्ट्रीय मानव हक्क मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद धुमाल ने परिवहन विभाग के प्रधान सचिव आशिष कुमार सिंह के समक्ष शिकायत की थी.इनकी शिकायत पर उक्त 8 कर्मचारियों की जांच करके कार्रवाई करने का निर्देश परिवहन आयुक्त को दिया है.उक्त प्रकार के आदेश से परिवहन विभाग में हडकंप मचा हुआ है.
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