नवाह पारायण मानस यज्ञ हुआ संपन्न

 दुर्गावती से संवाददाता धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट

दुर्गावती(कैमूर)।स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत 9 दिन से लगातार चल रहा मानस  नवाह पारायण यज्ञ आज संपन्न हो गया। बता दें कि ग्राम दहियाव में नवाह परायण मानस यज्ञ का सस्वर पाठ के द्वारा रामचरितमानस की पत्तियां गांव में और श्रोताओं के बीच काफी आनंद का विषय रहा ।मानस के संचालन समिति के सदस्य प्रद्युम्न चौबे माधव चौबे तथा अन्य सदस्यों के द्वारा मानस यज्ञ के लिए बाहर से विद्वानों को बुलाया गया था। जो वाद्य यंत्रों के साथ मानस के हर पत्तियों को स्वर के माध्यम से ताल और लय में पिरोकर आम जनता को मंत्रमुग्ध कर रहा था। संध्या सत्र में कीर्तन और भजन के आयोजन के साथ-साथ बाल कलाकारों के द्वारा रामलीला की कुछ झांकियां प्रस्तुत की जा रही थी जो आकर्षण का विषय रहा। मानस यज्ञ के व्यास राहुल चौबे उर्फ रिशु चौबे ने मंच संभालने के बाद मानस के विद्वानों को मंच से जो चौपाई बोलते थे उसकी पुनरावृत्ति पीछे से अन्य विद्वान किया करते थे। अपने उद्बोधन में मानस समिति के व्यास ने बताया मानस की एक एक लाइन हिंदू संस्कृति का आदर्श और मानवता का संदेश देता है। यदि मानस के एक चौपाई को अपने जीवन में उतार लिया जाए तो मानव का जीवन धन्य हो जाएगा। कर्म की कार्य करने की क्षमता में परिवर्तन और जीवन जीने का असली स्रोत है रामचरितमानस। इसलिए इसका स्वाध्याय हर मनुष्य को प्रतिदिन करनी चाहिए ।ऐसा जो करता है निश्चित ही उसके जीवन में परिवर्तन और मानवता की झलक देखने को मिलती है ।आज बृहस्पतिवार को मानस यज्ञ का समापन और हवन वरिष्ठ विद्वान विनोद पांडे के द्वारा किया गया ।तथा कल शुक्रवार को भंडारा और प्रसाद का वितरण होगा जिसमें सभी मानस प्रेमियों और श्रोताओं तथा अन्य को आमंत्रण किया जाता है। भगवान के प्रसाद से आदमी धन्य हो जाता है इसलिए प्रसाद समारोह में ज्यादा से ज्यादा लोग कल उपस्थित होने की कृपा करेंगे।

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