सावठ गांव में लापरवाही की भेंट चढ़ी नल जल योजना

दुर्गावती से संवाददाता धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट

दुर्गावती(कैमूर)।।स्थानीय थाना क्षेत्र के पंचायत सावठ के गांव में सावठ इन दिनों मुख्यमंत्री सात निश्चय के द्वारा चलाए जा रहे हैं नल जल योजना की हालत खस्ति है। बता दें कि जल नल योजना के तहत सावठ गांव में पाइप बिछाने का काम करने के बाद गलियों की स्थिति बदतर है। आए दिन गलियों से गुजरने वाले दोपहिया वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। यही नहीं घरों को लिंक करने वाले पाइप को गलियों में बाहर से ही बिना ढके लगा दिया गया है। गलियों से आने वाले पानी की सही निकासी नहीं होने के कारण लाल बहादुर शर्मा के घर जाने वाले मोड़ के पास पानी और गंदगी के अंबार से सड़न पैदा हो गई है। जिसके दुर्गंध से ग्रामीण तो परेशान हैं ही आने वाले राहगीर भी अपनी नाके दबाएं गुजरने के लिए विवश है। गांव के उत्तर की तरफ देखा जाय तो पानी का सही निकास नहीं होने से उत्तर के लोग बहुत परेशान दिख रहे हैं। इस संबंध में ग्राम पंचायत के मुखिया से जानना चाहा तो मुखिया मकसूद अली ने बताया कि एक साल से कोरोना काल में सरकार का बजट पंचायत के खाते में नहीं आ रहा है जिसके कारण आगे का काम बाधित है। बहर हाल मामला चाहे जो भी हो यह तो सरकार और पंचायत नल जल विभाग के पदाधिकारियों के बीच का है।लेकिन दंश झेल रहे है ग्राम पंचायत के गांव सावठ के लोग। यदि जितना पैसा था उसके हिसाब से ये काम हुआ होता और गली के मरम्मती करण का काम तो इस तरह के हालत ग्राम सावठ में पैदा नहीं होती। इसी तरह से प्रखंड के अंतर्गत सभी पंचायतों के सभी गांव में नल जल योजना भ्रष्टाचार की भेंट अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों के मिलीभगत से चढ़ गई है ।यदि ईमानदारी से पंचायत के हरगांव की सघन जांच करा ली जाएगी तो मामला बिल्कुल साफ होगा और जनता का सही काम होगा। कहीं पाइप ठीक नहीं है तो कहीं नल के नलका गायब है कहीं पाइप लीकेज है जिसके कारण गांव में गलियां बदबूदार हो रही है। तो कहीं समय पर पानी नहीं मिल रहा है तमाम तरह की दिक्कतों का सामना जनता कर रही है। कागज पर काम कर पदाधिकारी प्रतिनिधि राहत की सांस ले रहे हैं लेकिन धरातल पर मामला बिल्कुल कोरा है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट