शांतिनगर रोड़ पर ट्रैफिक जाम की समस्या से परेशान लोगों ने यातायात पुलिस से लगाई गुहार
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Oct 03, 2021
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सड़क निर्माण काम पूरा होने के बाद ही बड़ी गाड़ियों का हो आवागमन
भिवंडी।। भिवंडी शहर महानगर पालिका मुख्यालय जकात नाका से शांतिनगर केजीएन चौक तक मात्र दूरी एक किलोमीटर है। किन्तु भुयारी गटर निर्माण कार्य होने, सड़कों के किनारे अतिक्रमण और बड़े बड़े वाहनों के आवागमन होने से जकात से केजीएन चौक तक प्रवासियों को पहुँचाने के लिए एक घंटे से ज्यादा समय लगता है। गैबीनगर में सड़कों की किनारे फुटपाथ पर ठेले वालो के अतिक्रमण से घंटों ट्रैफिक जाम रहता है। इसके साथ ही अपना हॉस्पिटल के पास भुयारी गटर का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है और पिरानी पाडा में अनाज व्यापारी नरेश जेठा चुंग उर्फ नारू की दुकान पर अनाज लेकर आ रहे बड़े बड़े ट्रकों के कारण भी यातायात जाम की समस्या का सामान नागरिकों को करना पड़ रहा है। बतादें कि शांतिनगर, आजाद नगर, पिरानी पाडा, गोविन्द नगर, नूरीनगर आदि स्लम क्षेत्र है। इस स्लम क्षेत्र में लाखों की संख्या में झोपड़ियां है। इन झोपड़ियों में लगभग तीन लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। जिसके कारण सुबह से शाम तक इस रोड़ पर नागरिकों का आवागमन बना रहता है। हालांकि जकात नाका से केजीएन चौक तक आरसीसी सड़क निर्माण के कार्य का भूमि पूजन किया गया है। इसके तहत ही इस सड़क पर भुयारी गटर का काम भी युद्ध स्तर पर शुरू है। किंतु शहर में हो रही लगातार बारिश के कारण भुयारी गटर का काम अधर में लटका हुआ है। जगह-जगह सड़क खुदाई से गटर का पानी बीचो बीच सड़क से बहने से पैदल चलने वाले राहगीरो के लिए मुसीबत बना हुआ है। इसके साथ ही पिरानी पाड़ा स्थित अनाज व्यापारी नरेश जेठा चुंग उर्फ नारू की दुकान पर दूसरे राज्यों से बड़े बड़े वाहन आने के कारण घंटों ट्रैफिक जाम लगा रहता है। स्थानीय निवासी सैय्यद इश्तियाक अहमद शौकत अली ने ठाणे पुलिस आयुक्त , पुलिस उपायुक्त वाहतुक विभाग, सहायक पुलिस आयुक्त भिवंडी वाहतुक विभाग सहित मनपा आयुक्त व संबंधित विभाग को निवेदन पत्र देकर मांग किया है कि जब तक सड़क आरसीसी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो जाता तब तक इस सड़क पर ठेले वाले के अतिक्रमण पर कार्रवाई की जाये और बड़े वाहनों के आवागमन दिन में बंद किया जाये अन्यथा नागरिकों को मनपा व यातायात विभाग के खिलाफ आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
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