उदय प्रताप सिंह ने एक अलग लकीर खींची है उनकी सादगी ही इस चुनाव में उनकी पहचान बन चुकी है
- रामजी गुप्ता, सहायक संपादक बिहार
- Nov 01, 2021
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रामगढ़ कैमूर
आज के समय के परिपेक्ष मे राजनीति सिर्फ पैसे वालों के हाथ की कठपुतली बन कर रह गई है ज्यो चुनाव का समय आता है पैसे वाले लोग मुंह खोल कर सबसे पहले खड़े हो जाते हैं मानो राजनीति उनका हक है विशेषकर रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि जनता के सामने तो हाथ जोड़कर सेवा भाव का वादा लेकर तो जाते हैं लेकिन उनके दिल दिमाग में चुनाव जीतने या जनप्रतिनिधि बन जाने के बाद सरकारी पैसा जो किसी गरीब जनता के कर का पैसा है उसे लूट कर अपना घर भरने की अभिलाषा अपने मन में दबाए रहते हैं चुनाव से पहले ऐसे जनप्रतिनिधि ऐसे ही गरीब जनता के बीच पैसे बांट कर उनका वोट तो खरीद लेते हैं साथ ही साथ उनका अधिकार भी खरीद लेते हैं लेते हैं फिर चुनाव जीत जाने के बाद उन्हें उनके अधिकारों से वंचित कर देते हैं इस पूंजी आधारित राजनीति के समय में गोड़सरा गाँव निवासी उदय प्रताप सिंह ने एक अलग लकीर खींची है उनकी सादगी ही इस चुनाव में उनकी पहचान बन चुकी है जिन जिला परिषद उम्मीदवारों के पास पैसा है गाड़ी है वे उसे ही अपनी जीत का मंत्र समझ बैठे हैं लेकिन वह भूल गए हैं कि अब जनता उनकी चाल समझ चुकी है कि वह पहले पैसा खिलाएंगे और फिर चुनाव जीत जाने के बाद 5 सालों तक उन्ही गरीब जनता का पैसा खाएंगे इन जैसे सभी जिला परिषद उम्मीदवारों का एक ही जवाब है आज के समय में और वह है उदय प्रताप सिंह रामगढ़ (भाग-3 )से जिला परिषद उम्मीदवार जिन्होंने ना पैसे के बल पर राजनीति की हैऔर ना हीकरेंगे । जिन उम्मीदवारों के पास पैसा और और लाखों रुपए की गाड़ियां हैं वह जनता के बीच भी उन्हीं अपनी लाखों रुपए की गाड़ियों और ऐसी में बैठकर जनता से वोट मांगने जाते हैं वोट मांगने क्या यह कहिए वह वोट खरीदने जाते है मगर उदय सिंह को प्रतिदिन सुबह अपनी वही पुरानी मोटरसाइकिल से अपने चुनाव क्षेत्र में निकल पड़ते है ऐसी शादगी और असाधारण जनप्रतिनिधि आज के समय में कहां देखने को मिलता हैजो सिर्फजनता के बीच सेवा भाव के उद्देश्य से जाता है
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