दुर्दशा के शिकार हुए भिवंडी के बस स्टॉप
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jan 03, 2022
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भिवंडी।। भिवंडी मनपा प्रशासन द्वारा सांसद व विधायक निधियो से निर्माण करवाया गया लगभग एक दर्जन से ज्यादा बस स्टॉप अपने दुर्दशा पर आंसू बहाने के लिए मजबूर है। किन्तु आश्चर्य की बात यह कि इन खंडहर बने बस स्टॉपो पर पूर्व विधायकों व पूर्व सांसदो के बैनर व पोस्टर प्रत्येक वर्ष बदली होते रहे है। हालांकि पालिका प्रशासन के पास परिवहन समिति नही है और ना ही प्रवासी वाहन। इसके बावजूद लाखों व करोड़ों रुपये निधि खर्च कर बस स्टाॅप बनाऐ गये है जो सड़कों के किनारे धूल खाने के लिए मजबूर है। शहर की मुख्य सड़कों के किनारे बनें इन बस स्टॉपो पर भिखारियों ने बसेरा बना लिया है। यही नहीं स्वच्छ भारत अभियान अंर्तगत स्वच्छता का तमगा जितने वाली भिवंडी पालिका का इन बस स्टॉपो ने पोल खोलकर रख दी है। गौरतलब हो कि शहर के साई बाबा मंदिर, गोपाल नगर, हाथी साईजिग पदमा नगर, लोहाटी कंपाउंड के सामने, चविद्रा, अंजूर फाटा, कामत घर, गोकुल नगर, मिल्लत नगर, बाला कंपाउंड आदि कई जगहों पर पालिका प्रशासन ने सांसद व विधायक निघि से लाखों रुपये खर्च कर बस स्टॉप बनवाया था। जो जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे है। कई वर्षों से देखरेख के अभाव में लाखों करोड़ों रुपए की लागत से बनाया गये बस स्टॉप ना सिर्फ दुर्दशा का शिकार हुए है बल्कि असामाजिक तत्वों व भिखारियों के बैठने का अड्डा भी बन चुका है। अनेकों बार जागरूक नागरिकों ने जिम्मेदार विभाग और उसके अधिकारियों को बस स्टॉपो की दुर्दशा से अवगत कराने के बाद भी कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया दिखाई नहीं दी। नतीजन बस स्टॉपो के हालात दिन व दिन बदतर होते जा रहे है। जिम्मेदारों की उदासीनता का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है कि बस स्टॉपो पर भिखारियों का डेरा बना हुआ है। जिम्मेदार विभाग और उनके अधिकारी लगभग प्रत्येक दिन बस स्टॉपो के हालातों को देखते हुए गुजरते है किंतु आम जनता की असुविधा से या उन्हें होने वाली परेशानी। इनको कोई लेना देना नहीं है।
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