भीषण गर्मी के बीच राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को राहत, मार्ग पर लगाए गए अस्थाई छाजन

अयोध्या ।। अयोध्या में राम का भव्य मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है. दिसंबर 2023 तक भगवान रामलला अपने गर्भ गृह में विराजमान होंगे. ऐसे में रामलला का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है. इस कड़ाके की गर्मी और धूप को देखते हुए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एक बड़ा फैसला किया है. दर्शनार्थियों को दर्शन करने में इस प्रचंड गर्मी में कोई दिक्कत ना हो, इसको लेकर दर्शन मार्ग पर एक अस्थाई छाजन लगाया गया है, ताकि श्रद्धालु कड़ाके की धूप से बच सकें.

रामलला का दर्शन सुबह और शाम दो पालीयों में किया जाता है. पहली पाली में आम दिनों में सुबह सात बजे रामलला का पट श्रद्धालुओं के लिए खुलता है, जो दोपहर 11 बजे बंद होता है. इसके बाद दोपहर की आरती होती है और भगवान का भोग लगाकर भगवान के कपाट दो बजे तक के लिए बंद किए जाते हैं. दो बजे भगवान को जगाया जाता है. इसके लिए भगवान के पट खोल दिए जाते हैं. दूसरी मीटिंग में दो बजे से शाम छह बजे तक दर्शन होता है. ऐसे में धूप की वजह से श्रद्धालुओं को दूसरे मीटिंग में दर्शन में बहुत समस्या का सामना करना पड़ता था.

 सुरक्षा के मानकों को ध्यान में रखते हुए राम जन्मभूमि परिसर के बाहर और राम गुलेला दर्शन मार्ग पर पुरुष और महिलाओं की तलाशी की जाती है. जिसके बाद उन्हें राम जन्म भूमि जाने की इजाजत दी जाती है. इस प्रक्रिया में चेकिंग के दौरान प्रत्येक आदमी को लगभग पांच मिनट तक जामा तलाशी ली जाती है. ऐसे में श्रद्धालु गर्मी की वजह से हलकान रहते हैं. अब राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए राम जन्म भूमि परिसर के बाहर अमावा मंदिर से रामगुलेला मार्ग तक अस्थाई तौर पर छाजन किया है. जल्द ही यह व्यवस्था राम जन्म भूमि के अंदर दर्शन मार्ग पर लगे टीन शेड के तर्ज पर बाहर भी की जाएगी. लेकिन फिलहाल धूप से श्रद्धालु को बचाने के लिए अस्थाई तौर पर विकल्प के लिए टेंट लगाया गया है. जहां श्रद्धालु को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि भीषण गर्मी और धूप में आने वाला राम भक्त दर्शन के लिए लाइन में खड़ा होता है. लाइन में लगे श्रद्धालु की समस्याओं को दूर करने के लिए ट्रस्ट की मंशा थी कि अस्थाई रूप से राम भक्तों के ऊपर एक छाया की व्यवस्था की जाए. जिससे की लोग धूप और गर्मी से बच सकें. इस को ध्यान में रखते हुए राम जन्मभूमि परिसर के अंदर संपूर्ण दर्शन मार्ग की छाया कर दी गई है. श्रद्धालुओं पर जरा सी धूप और बरसात का प्रभाव ना हो, ऐसी व्यवस्था परिसर के अंदर के दर्शन मार्ग पर की गई है. दर्शनार्थी को दर्शन के दरमियान किसी तरीके की समस्या नहीं होती है. परिसर के बाहर लोगों को लाइन में लगना पड़ता है. दर्शन मार्ग पर बाहर वैसी ही छाया की जा रही है, जिससे कि श्रद्धालुओं को धूप और पानी से बचाया जा सके।

रिपोर्टर

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