जागरूकता एवं सहभागिता से ही डेंगू से सुरक्षा संभव- डॉ. विभा सिंह

 पटना ।। डेंगू बीमारी से सुरक्षा का सबसे सशक्त और कारगर तरीका स्वच्छता का पालन और स्वयं जागरूक होकर रात में सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करना है. जागरूकता फैलाकर और जनसहभागिता सुनिश्चित कर डेंगू से निजात संभव है. लोगों को समझने की जरुरत है कि डेंगू के मच्छर साफ़ जमे हुए पानी में पनपते हैं और यह सबकी जिम्मेदारी है कि हम अपने घरों के आस पास पानी जमा नहीं होने दें और जरुरी सावधानियां बरतें”, उक्त बातें जिला सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने मलेरिया विभाग के साथ सिविल सर्जन कार्यालय में राष्ट्रीय डेंगू दिवस के उपलक्ष में आयोजित बैठक में कही. हर वर्ष 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस का आयोजन किया जाता है. इस वर्ष सातवां डेंगू दिवस मनाया जा रहा है. 

स्वच्छता का पालन एवं मच्छरदानी के इस्तेमाल पर दिया गया बल:

बैठक में जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने कहा बारिश के मौसम में डेंगू व चिकनगुनिया रोग का खतरा बढ़ जाता है. डेंगू की बीमारी एडीज मच्छर के काटने से होती है. इससे मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगते हैं. प्लेटलेट्स बेहद कम हो जाये तो इससे रोगी की मौत भी हो सकती है. इसलिये संभावित रोग के खतरों को देखते हुए इसके प्रति आम लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. ताकि रोग के प्रसार संबंधी संभावनाओं को निरस्त किया जा सके. 

डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार: 

सिविल सर्जन ने बताया कि डेंगू के संभावित खतरों से निपटने के लिये सभी जरूरी पूर्व तैयारियां की गयी है. सभी पीएचसी में डेंगू जांच किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया गया है. अस्पताल में डेंगू मरीजों के प्लेटलेट्स जांच के लिये सीबीसी जांच की सुविधा उपलब्ध है. मरीजों को तत्काल उच्च चिकित्सा संस्थान रेफर करने के लिये सभी पीएचसी से 24 घंटे नि:शुल्क एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध है.  

इस अवसर पर जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आर.पी.सिंह, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनुपमा एवं डॉ. कामिनी वेक्टर बोर्न डिजीज कोऑर्डिनेटर पंकज कुमार, कल्याणी सिंह तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे.

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट